गांव का मुखिया अगर जागरूक हो तो किसी भी तरह की मुसीबतों से छुटकारा मिल सकता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जनपद पंचायत लुंड्रा के ग्राम पंचायत जामडीह में देखने को मिला, जहां उल्टी-दस्त से लोगों के पीड़ित होने की खबर मिलते ही सरपंच टबीनाथ ने तत्परपतापूर्वक खंड स्तर के सभी अधिकारियों को सूचना देकर पीड़ितों के त्वरित जांच व उपचार की व्यवस्था कराई। गांव में अस्थाई चिकित्सा शिविर लगाकर सुविधा उपलब्ध कराने से बीमारी पर नियंत्रण पा लिया गया है। दो दिन पूर्व जामडीह गांव में लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित होने लगे। गांव के सरपंच टबीनाथ सिंह ने मोबाइल के जरिए अधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। लुंड्रा सीईओ संजय दुबे ने सरपंच को पीड़ित परिवारों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भिजवाने का निर्देश दिया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तत्काल प्रभावित ग्राम में शिविर लगा कर पीड़ित परिवार को ग्राम में ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। इससे बीमारी पर नियंत्रण पाया गया। गांव में निवासरत लोगों ने बताया कि पूरे मोहल्ले के लोग बोरवेल का पानी पीते है लेकिन बिजली विभाग ने पिछले सप्ताह उनका विद्युत कनेक्शन नहीं लेंने का कारण कनेक्शन काट दिया था, जिसके कारण मोहल्ले वालों ने पुराने कुएं का पानी पीना शुरू कर दिया था।
दूषित जल के कारण पूरा गांव रातोंरात डायरिया की चपेट में आ गया। सीईओ लुंड्रा की गहन पूछताछ करने पर इस बात का भी खुलासा हुआ कि शौचालय होने के वावजूद ग्रामीण इसका इस्तेमाल करने से कतराते हैं। खुले में शौच करने से मक्खियों के माध्यम से संक्रमण तेजी से फैल गई।लोगों द्वारा शौचालय के इस्तेमाल नहीं कर ने से मुख्य कार्यपालन अधिकारी अत्यंत नाराजगी जाहिर करते हुए पूरे ग्रामवासियों को पंचायत भवन प्रांगण में बुलाकर समझाईश दी। इसके बावजूद जो भी ग्रामीण आदेश की अनसुनी कर खुले में शौच करने वाले लोगों के लिये दंडात्मक कार्रवाई करने का आदेश ग्राम के सरपंच व मितानिन को दिया। उल्टी-दस्त फैलने की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया बीएमओ डीपी सांडिल्य के साथ पूरा स्वास्थ्य अमला ग्राम में ही शिविर लगा पंचायत भवन में प्रभावित लोगों का इलाज शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के दावों के अनुसार आज तक 32 मरीजों को चिन्हित कर उन्हें स्वस्थ्य किया जा चुका है। छिटपुट मरीज आज भी पेट में मरोड़ की शिकायत लेकर स्वास्थ्य विभाग के शिविर में पहुंचे। विभाग के दावो के अनुसार अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उल्टी-दस्त फैलने की खबर सुनते ही सीएमएचओ भी जामडीह ग्राम पहुंच अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और उचित दिशा-निर्देश दिया। सरपंच की सक्रियता की उन्होंने भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने पंचायती राज की सफलता के लिए जनप्रतिनिधियों के जागरूकता को ग्राम के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी निरूपित किया।