लसूड़िया थाना क्षेत्र में स्कीम-78 स्थित कंचन विहार कॉलोनी में मंगलवार रात छह नकाबपोशों ने एक बिल्डर के बंगले में घुसकर डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। डकैतों ने पहले बंगले के बाहर तैनात दो गार्डों पर कट्टा ताना और एक गार्ड से रायफल छीनकर दोनों को बंगले में रस्सी से बांध दिया। इसके बाद बिल्डर के परिवार को कब्जे में लेकर नकदी और गहने लूट लिए। शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर के यहां हुई वारदात से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और एक-एक करके एसपी, एएसपी, पांच सीएसपी और आठ थानों के टीआई घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस को कॉलोनी में लगे सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिनमें डकैत वेन से आते दिख रहे हैं। पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही है। घटना बिल्डर कैलाशचंद गोयल के बंगले की है जो बेटे मुकेश और अंकेश के साथ बंगले हरिहर विला में रहते हैं। रात करीब साढ़े 9 बजे छह नकाबपोश डकैत कॉलोनी में दाखिल हुए। डकैत नीले रंग की मारूति ईको में आए थे, जिसमें परदे लगे हुए थे। वे बंगले से कुछ दूरी पर कार से उतर गए। डकैतों ने गार्ड राजकुमार मिश्रा और हरिकिशन मिश्रा को कब्जे में लेकर बंगले के अंदर पहुंच गए। डकैतों ने अंदर पहुंचकर गार्डों के हाथ-पैर बांध दिए और लूटपाट कर फरार हो गए। डकैतों ने दोनों बेटों के साथ मारपीट की और उन्हें भी बांध दिया।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सर्चिंग शुरू की। उस दौरान एक रस्सी और लूटे हुए कुछ मोबाइल फोन न्यू लोहामंडी में बरामद हुए। खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारी परिवार के सदस्यों से घटना की जानकारी ले रहे थे। अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि डकैतों ने कितने रुपए, गहने और अन्य कीमती सामान लूटा और गोयल परिवार के कितने सदस्य डकैती के समय घर पर थे। मालूम हो कि कंचन विहार कॉलोनी गोयल ने ही काटी है। घटना के बाद डकैतों ने न्यू लोहा मंडी में एक व्यक्ति से एक्टिवा लूटी। तीन डकैत एक तरफ भागे, जबकि बाकी डकैत दूसरी ओर भाग गए। जांच के दौरान पुलिस डॉग क्षेत्र के विंध्यवासिनी मंदिर तक गया। मैं मंगलवार रात बंगले के बाहर गेट के पास दूसरे गार्ड के साथ कुर्सी पर बैठा था। चार-पांच लोग आए। मुझे लगा कि वे नाइट वॉक के लिए निकले हैं और कॉलोनी के ही युवक हैं। उन्होंने संभवतः ठंड के कारण मुंह पर कुछ बांध रखा है। वे मेरे पास आए और अचानक मुझे घेर लिया। पहले उन्होंने मेरा मोबाइल छीना और सड़क पर फेंककर तोड़ दिया। फिर मुझ पर कट्टा तानते हुए बोले कि चिल्लाया तो जान से मार देंगे। एक बदमाश ने पीछे से मुंह पर टेप चिपका दी और हाथ-पैर रस्सी से बांधकर एक तरफ पटक दिया। डकैतों ने मेरी रायफल भी छीन ली। डकैत करीब 15-20 मिनट तक बंगले के अंदर रहे और परिजन को बंधक बनाकर डकैती डाली।