अमृतसर-बिलासपुर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के टॉयलेट में मिले शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद डॉक्टर ने 36 घंटे पहले मौत होने की जानकारी दी है। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। जीआरपी के पास मृतक के हाथ में बने टेटू के अलावा कोई दूसरा आधार नहीं है। टेटू में पंजाबी भाषा में कुछ लिखा भी हुआ है। इसी आधार पर जांच की जा रही है। घटना गुरुवार रात 8.30 बजे के करीब सामने आई। यह ट्रेन दोपहर 12.30 बजे के लगभग बिलासपुर पहुंचती है। इसके बाद इसे मेंटेनेंस के लिए कोचिंग डिपो भेजा गया। सफाई के दौरान एस-6 कोच के एक टॉयलेट का दरवाजा नहीं खुला। खिड़की से झांक देखा तो एक व्यक्ति अचेत पड़ा हुआ था। जिसकी जांच के बाद रेलवे के डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इस पर जीआरपी ने मर्ग कायम किया। इसके साथ मृतक की पहचान करने की कोशिश की गई।
लेकिन कोई भी साक्ष्य नहीं मिला। इस स्थिति में शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया। शुक्रवार की दोपहर को पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद जीआरपी ने अंतिम संस्कार के लिए दो दिन का समय भी मांगा गया। इससे की पहचान हो सके और परिजन का पता चलते ही शव उनके सुपुर्द कर दिया जाए। लेकिन डॉक्टर ने यह कहते हुए साफ इन्कार कर दिया कि यात्री की मौत हुए 36 घंटे गुजर चुके हैं। ऐसी स्थिति में शव को एक घंटा भी रखना मुश्किल है। लिहाजा जीआरपी ने ही शव का अंतिम संस्कार कराया। हालांकि अभी भी मृतक की पहचान के लिए जीआरपी कोशिश कर रही है। हुलिया और टेटू के आधार पर यह अनुमान है कि मृतक पंजाब या फिर हरियाणा का होगा। इसलिए जीआरपी मृतक की तस्वीर वहां की जिला पुलिस व जीआरपी दोनों को भेजेगी। यदि किसी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट होगी तो तत्काल जानकारी मिल जाएगी।