रायपुर। ग्लोबल वार्मिंग के चलते दो दशकों में छत्तीसगढ़ में मौसम का चक्र ही बदल गया है। इससे ठंड का सिस्टम कमजोर हो गया है। रायपुर में न्यूनतम तापमान सन 2002 से लेकर अब तक सात से नौ डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। एक समय ठंड के मौसम में रायपुर का तापमान नवंबर में 10 से लेकर 13 डिग्री तक रहता था। इस साल नवंबर में न्यूनतम तापमान 17 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार जनवरी के प्रथम सप्ताह में अच्छी ठंड पड़ने की संभावना है। इसके पीछे कारण है कि छत्तीसगढ़ में मुख्यत: दिसंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर जनवरी के प्रथम सप्ताह तक न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस रहता है।
चूंकि अभी तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है, इससे संभावना बनी है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में ठंड पड़ने लगेगी। लेकिन दिन में तापमान औसत ही रहेगा। ऐसे में दिन में गर्मी तो शाम ढलते ही ठंड लगने लगेगी। छत्तीसगढ़ में मानसून के चक्र में भी भारी बदलाव आ चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक इस वर्ष अगस्त में सामान्य रूप से तीन से चार बारिश कराने वाले मौसम तंत्र बने। जबकि अमूमन एक से दो बार मौसम तंत्र बनते हैं। ग्लोबल वार्मिंग के कारण इस वर्ष भारतीय क्षेत्र में छह चक्रवाती तूफान का असर रहा। इसमें फानी, वायु, हिक्का, क्यारव, महा, बुलबुल शामिल हैं। पूर्व में हर साल तीन ही चक्रवाती तूफान आते थे। छत्तीसगढ़ में फानी और बुलबुल ने असर दिखाया।