सावधान, पैकेज्ड दूध में एफ्लाटॉनिक्स नामक खतरनाक तत्व के कारण लिवर कैंसर के मरीज देशभर में बढ़ने लगे हैं। इसकी पुष्टि बहरहाल देश के अन्य राज्यों में हो चुकी है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के बाद छत्तीसगढ़ में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां बिकने वाले पैकेज्ड दूध के करीब 22 नमूने राष्ट्रीय लैब भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण को भेजे गए हैं। इसमें कुल छह ब्रांडेड कंपनियों के पैकेज्ड दूध के नमूने शामिल हैं। इनमें अभी तक सिर्फ दो की रिपोर्ट आई है। इसमें एफ्लाटॉनिक्स जैसे अमानक तत्व पाए गए हैं। बाकी की रिपोर्ट मिलने का इंतजार है। इधर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने खाद्य एवं औषधि विभाग को पैकेज्ड दूध की जांच के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने पूरे देश से करीब 2607 नमूनों की जांच की। इसमें करीब आधे से अधिक सैम्पल अमानक पाए गए हैं। उसके आधार पर जिन ब्रांडेड कंपनियों के पैकेज्ड दूध में अमानक तत्व पाए गए हैं। उनके लैब आदि के जांच के साथ ही उनकी ब्रिकी पर प्रतिबंध लगाए जाने की तैयारी चल रही है। एम्स के कैंसर विभाग में लिवर कैंसर के एक माह में करीब 90 केस आए हैं। इसमें कम उम्र के भी लोग हैं, जिनके नियमित खानपान में दूध के शामिल होने की बात बताई गई। न्यूक्लियर मेडिसीन विभाग के एचओडी और कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. करन पिपरे ने बताया कि रंग और केमिकलयुक्त खाद्य सामग्री खाने से लिवर में कैंसर बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। अभी एम्स में लीवर कैंसर के हर दिन तीन लोग हमारे डिपार्टमेंट में आ रहे हैं। लिवर कैंसर में लिवर में दर्द और उल्टी की शिकायत होती है। केमिकलयुक्त खानपान से मरीज बढ़े हैं। खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारी राजेश क्षत्री ने बताया कि डेयरी से नमूने लिए गए हैं। इनकी जांच रिपोर्ट अभी पूरी आनी बाकी है। इसके बाद संबंधित कंपनियों को नोटिस भेजा जाएगा। जांच करने के लिए खाद्य एवं औषधि विभाग को निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रिपोर्ट मंगाई है। ऐसी अमानक चीजों की जांच होगी। इसमें दूध के पैकेज्ड प्रोडेक्ट को प्राथमिकता में लिया गया है।