धमतरी। पिता की मौत के बाद सौतेली मां का दूसरों के साथ अवैध संबंध था। इससे नाराज पुत्र आए दिन उससे गाली-गलौज व मारपीट करता था। सौतेले पुत्र की मारपीट और गाली-गलौज से त्रस्त महिला ने उसे अपने रास्ते से हटाने के लिए अपने बुजुर्ग पिता के साथ मिलकर षड़यंत्र रचा। भाई व उसके दोस्त को पुत्र की हत्या के लिए सात लाख की सुपारी दी। तीन नवंबर को हमला हुआ था और 18 नवंबर को युवक ने दम तोड़ दिया। एएसपी मनीषा ठाकुर ने एसपी कार्यालय में दीपक सेन हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि धमतरी शहर के पीजी कॉलेज मैदान के पास तीन नवंबर की रात अज्ञात लोगों ने ग्राम पोटियाडीह निवासी दीपक सेन 25 वर्ष पुत्र स्व. रूपेश सेन को अधमरा कर छोड़ दिया था।
रातभर युवक लहूलुहान हालत में मैदान में तड़पता रहा। सुबह लोगों की नजर पड़ने के बाद पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने रायपुर रेफर कर दिया। 18 नवंबर को दीपक की रायपुर में मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला। फुटेज के आधार पर मृतक की सौतेली मां के ममेरे भाई ग्राम परसट्टी निवासी विजय सेन 29 वर्ष पुत्र रामायण सेन को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की। तब उसने राज खोले। विजय सेन से पुलिस को पता चला कि मृतक दीपक सेन की हत्या करने के लिए उनकी सौतेली मां संतोषी बाई व सौतेला नाना राधेश्याम सेन ने सात लाख रुपये की सुपारी दी थी। मोटी रकम के लालच में आकर विजय सेन ने अपने दोस्त युवराज साहू निवासी परसट्टी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। तीन नवंबर को प्लानिंग के अनुसार विजय और युवराज साहू शाम को रुद्री रोड स्थित दीपक के सेलून में गए। रात आठ बजे सेलून बंद कर दीपक दोनों के साथ निकल गया। पीजी कॉलेज मैदान में तीनों ने पहले एक घंटे तक शराब पी। जब दीपक को नशा हो गया, तब विजय ने दीपक के दोनों हाथ पकड़ लिये। युवराज ने वहीं पर पड़े सीमेंट कांक्रीट से दीपक के सिर पर ताबड़तोड़ कई बार वार किया। इसके बाद विजय ने भी पत्थर से दीपक के सिर पर कई बार वार किया। इसके बाद दीपक अधमरा होकर बेहोश हो गया। दोनों उसे मरा हुआ समझकर बाइक से परसट्टी भाग गए।
दोनों आरोपित गांव पहुंचे और रात करीब 11 बजे राधेश्याम सेन को मोबाइल पर कॉल कर कहा कि आपका काम हो गया है। सुबह पैसा का इंतजाम कर देना। सुबह 7.30 बजे पुनः आरोपियों ने रुपये के लिए फोन किया, लेकिन राधेश्याम ने बाद में पैसा देने की बात कही। सिटी पुलिस ने हत्या में संलिप्त सभी आरोपियों को पकड़ कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। रायपुर से मर्ग डायरी व पीएम रिपोर्ट आने के बाद आरोपितों के खिलाफ धारा 302 के तहत जुर्म दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि आरोपी सौतेली मां संतोषी बाई ने पुलिस को बताया कि दीपक के पिता की मौत के बाद अवैध संबंध गांव के किसी दूसरे व्यक्ति से हो गया। इस बात को लेकर आए दिन सौतेला पुत्र गाली-गलौज व मारपीट करता था। यहां तक दीपक ने उनके मोबाइल और एटीएम को भी छीन लिए थे। सौतेली मां 11 वर्षों से दीपक का लालन-पालन कर रही थी। इससे त्रस्त होकर उसने अपने साथ हो रही घटना की जानकारी मोबाइल पर अपने पिता राधेश्याम सेन व ममेरे भाई विजय सेन को दी। वह सौतेले पुत्र को जान से मरवाना चाहती थी। इसलिए हत्या करने वाले को सात लाख रुपये देने को तैयार हो गई। तब उनके ममेरा भाई विजय सेन व उसके दोस्त युवराज साहू ने घटना को अंजाम दिया। क्योंकि पहले से आरोपित विजय सेन ने मृतक के सौतेले नाना राधेश्याम सेन से 25 हजार रुपये कर्ज ले रखा था। यह राशि काटकर हत्या के बाद शेष राशि देने की बात पर उसने हत्या करने सुपारी ली थी।