बिलासपुर। स्वच्छता मान-सम्मान और महिलाओं की सुरक्षा का प्रतीक। आज विश्व शौचालय दिवस है। न्यायधानी व गांवों में अब खुले में शौच को लेकर हमारी सोच बदलने लगी है। आंकड़ों के मुताबिक दो लाख तीन हजार 502 शौचालय का निर्माण यह संदेश दे रहा है कि टॉयलेट नहीं अब इसे इज्जत घर कहें। बेटियॉं अब शर्मिंदा नहीं होती राधिका जैसी लड़कियां समाज में बुजुर्गों की सोच बदल रही हैं। जिला प्रशासन-पंचायत से लेकर शहर के स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, सामाजिक संगठन और एक-एक व्यक्ति खुले में शौच को लेकर अब गंभीर है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है कि गांव के खुले मैदान में जाने से अब महिलाएं अपने कदम पीछे करने लगी हैं। शौचालय का उपयोग करने लगी हैं।
घर के बड़े बुजुर्ग भी इस बात को समझ चुके हैं कि स्वस्थ्य रहना है तो शौचालय का उपयोग जरूरी है। भावी पीढ़ी, बेटियों और आम जन की सोच को पूरी तरह से बदलने कुछ लोग इस कार्य में तन मन धन से आहुति दे रहे हैं। शिक्षालय से लेकर विश्वविद्यालय तक डंका बजने लगा है। विद्यार्थी खुद शौचालय निर्माण करने लगे है। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.जीडी शर्मा ने यहां तक कह दिया कि टॉयलेट के बजाए इसे इज्जत घर कहें। गतौरा में रहने वाली बेटी राधिका अब तक 13 हजार 356 लोगों को शौचालय निर्माण के लिए जागरूक कर चुकी हैं। संभाग के 188 कॉलेज मिलकर 548 शौचालय निर्माण में सहयोग दे चुके हैं। सड़क से लेकर ट्रेन और सोशल मीडिया में सरकारी कर्मचारी से लेकर, स्वच्छता के सिपाही और बच्चे जमकर प्रचार प्रसार कर एक स्वस्थ्य राष्ट्र की परिकल्पना को पूरा करने में जुटे हैं। जिले में टॉयलेट गुरु के नाम से प्रसिद्ध सीएमडी पीजी महाविद्यालय एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी प्रो.पीएल चंद्राकर का काम बोलता है।
स्वयंसेवकों को राष्ट्रहित और समाज को स्वस्थ्य रखने की ऐसा शिक्षा दी कि वर्ष 2017 में गोद ग्राम नेवसा को ओडीएफ ग्राम घोषित करवा दिया। गर्मी की छुट्टी विद्यार्थियों ने गांव में बिताई। गुरु के साथ मिलकर रात दिन काम किया। दो महीने के भीतर गांव को ओडीएफ का दर्जा दिलाया। शहर से 40 किमी दूर जाकर सेवा किया। जिसे देखते हुए खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय ने नेशनल यंग लीडर्स के अवार्ड से नवाजा। राज्य सरकार व अटल विवि ने भी एनएसएस को सम्मानित किया। शासकीय ई राघवेंद्र राव विज्ञान महाविद्यालय के स्टूडेंट अपने अनोखे काम की वजह से पहचान बना चुके हैं। एनएसएस स्वंयसेवकों के साथ मिलकर हर महीने एक शौचालय गिफ्ट करते हैं। बेलतरा क्षेत्र में अब तक 12 शौचालय का निर्माण कर चुके है। कार्यक्रम अधिकारी प्रो.तरुण धर दीवान छात्र छात्राओं को विशेष प्रोत्साहित करते हैं। हाल में छात्रों ने 32 हजार रुपये चंदा कर शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में पानी की टंकी व शौचालय निर्माण कराया है। रोहित कुमार कौशिक के द्वारा कैंप में बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर दूसरों को भी इस काम में जोड़ने जुटे हुए है। वर्ष 2020 में घर जाकर रिपोर्ट भी बनाएंगे।