पढ़ाई व कॅरियर को लेकर चिंतित रहने वाले स्टूडेंट के लिए अच्छी खबर है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) और नेशनल कॉउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआटी) ने तमन्ना नाम से एक खास पोर्टल बनाया है। यह स्टूडेंट को चौकन्ना रखने के साथ कॅरियर गाइडेंस और आगे की पढ़ाई में मददगार साबित होगा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे हायर सेकेंड्री अंग्रेजी माध्यम स्कूल के प्राचार्य केके मिश्रा ने बताया कि बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद भी अधिकांश स्टूडेंट को यह पता नहीं होता कि उन्हें आगे क्या करना है।
न उन्हें कोई विकल्प पता होता है और न सटीक राह चुन पाते हैं। स्टूडेंट की इसी समस्या को देखते हुए बोर्ड व एनसीईआरटी ने छात्रों की प्रतिभा और योग्यता के हिसाब से उनको करियर के सुझाव देने की पहल की है। इसे देखते हुए नवीं और दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए ‘तमन्ना’ नाम का एक एप्टिट्यूड टेस्ट डिजाइन किया गया है। इस पहल से सरकारी स्कूलों के शिक्षक और अभिभावक इसका आसानी से इस्तेमाल करके बच्चों को मोटीवेट भी कर सकते हैं। टेस्ट से ये जान पाना आसान होगा कि छात्र पढ़ाई के किस स्टेज पर कैसा परफार्म कर रहा है। आगे वो किस स्किल को अपना सकता है या किस फील्ड में करियर बना सकता है। न्यायधानी के सभी 22 स्कूलों को इसकी जानकारी भेज दी गई है।
इस टेस्ट में सात ऐप्टिट्यूड का मूल्यांकन किया जाएगा जो लैंग्वेज एप्टिट्यूड, न्यूमेरिकल एप्टिट्यूड, स्पैटल एप्टिट्यूड, आब्सट्रैक्ट रीजनिंग, वर्बल रीजनिंग, मकैनिकल रीजनिंग, और परसेप्चुअल ऐप्टिट्यूड हैं। बच्चों को सातों में अच्छा स्कोर कर पाना इतना भी आसान नहीं होगा। फिर भी माना छात्र का किसी ऐप्टिट्यूड में स्कोर कम होगा तो वो आगे पढाई करके इसे मजबूत कर सकता है। बिना सोचे समझे अपना करियर चुना है तो भी उसका मूल्यांकन करके उसे दूसरे करियर के लिए मोटीवेट किया जा सकेगा। निजी संस्थानों में अब तक इस तरह के एप्टिट्यूड टेस्ट लिए जाते हैं, अब सरकारी स्कूलों में भी यह सुविधा मिलेगी। पोर्टल पर तमन्ना से काफी मदद मिलेगी। बच्चे कॅरियर व पढ़ाई पर पूरा फोकस कर पाएंगे।