बिलासपुर. कोटा क्षेत्र के घोड़ामार के पास शराब से भरा ट्रक लूटने वाले पुलिस को चकमा दे रहे हैं। गुमराह करने के लिए लुटेरों ने शराब की बोतलों को सरगांव क्षेत्र के ताला गांव व मदकू के पास मनियारी नदी में बहा दिया। शुक्रवार की सुबह शराब की बोतलों को बहते देखकर ग्रामीण टूट पड़े। खबर मिलते ही पुलिस के साथ आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। अब तक लुटेरों की पतासाजी करने में पुलिस नाकाम है। ट्रांसपोर्टर की रिपोर्ट पर पुलिस चालक वहादत खान को संदेही मानकर पूछताछ कर रही थी। पुलिस को शक है कि लूट की इस घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है।
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। इसी बीच शुक्रवार की सुबह सरगांव क्षेत्र के ताला गांव व मदकू स्थित मनियारी नदी में शराब की बोतलें बहने की खबर मिली। पुलिस व आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो नदी से शराब की बोतलें इकठ्ठा करने के लिए ग्रामीणों का मेला लगा था। यहां बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शराब की बोतलों को थैले व बोरियों में भर-भर कर ले जा रहे थे। इस बीच पुलिस को देखकर ग्रामीण वहां से भाग निकले। पुलिस व आबकारी विभाग की जांच में पता चला है कि शराब की बोतलें कोटा की वेलकम डिस्टलरी की है। लुटेरों ने ट्रक समेत 817 पेटी शराब लूटा थी। लेकिन, नदी में कुछ कॉर्टून शराब की बोतलें ही बहाई गई हैं। इससे पुलिस को शक है कि बाकी कार्टून को कहीं सुरक्षित जगह पर रखा गया है। लुटेरों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए यह कदम उठाया है। गुरुवार की सुबह ट्रक जले हुए हालत में बिल्हा-सरगांव रोड में मिला था।
ऐसे में पुलिस को उम्मीद है कि शराब को आसपास ही सुरक्षित रखा गया होगा। कोटा क्षेत्र में शराब से भरे ट्रक लूटने की घटना के बाद कोटा पुलिस की निष्क्रियता उजागर हो गई है। घटना देर शाम करीब 7.30 बजे की है। वारदात के महज डेढ़ घंटे के भीतर पुलिस को लूट की इस घटना की जानकारी मिल गई थी। इस दौरान रात में एसडीओपी रश्मित कौर चावला गश्त पर थीं। बावजूद कोटा पुलिस के साथ ही अधिकारियों ने इस गंभीर घटना को नजरअंदाज कर दिया। पुलिस सक्रियता दिखाती और नाकेबंदी कराती तो लुटेरे आसानी से गिरफ्त में आ सकते थे। बुधवार की रात कोटा क्षेत्र के छेरकाबांधा स्थित वेलकम डिस्टलरी से 871 पेटी देसी शराब ट्रक से राजनांदगांव भेजी गई। चालक वहादत खान करीब 7.30 बजे कोटा से बीजा रोड स्थित घोड़ामार स्थित तालाब के पास शौच के लिए रुक गया। तभी वहां बोलेरो सवार तीन युवक पहुंचे और चालक की आंखों में मिर्च पाउडर डालकर काबू कर लिया। एक युवक ट्रक लेकर भाग निकला। अन्य लुटेरों ने चालक का अपहरण कर लिया। कोटा रोड में क्रांकीट प्लांट के पास चालक ने बोलेरो से कूद कर अपनी जान बचाई। इसे बाद उसने नैला निवासी ट्रांसपोर्टर व अपने मालिक रफीक मनिहार पिता हाजी उमरउद्दीन (31) व पुलिस को घटना की जानकारी दी।