आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शनिवार को दोपहर आदर्श चुनाव आचार संहिता के लगते हुए प्रशासनिक अधिकारी निष्पक्ष व शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव कराने के लिए अलर्ट हो गए। रविवार की शाम ,एसडीएम नारायण सिंह तहसीलदार मोनिका बाघमारे और तेंदूखेड़ा थाना प्रभारी जेपी ठाकुर पुलिस बल के होर्डिंग बैनर उतरवाने साथ सड़क पर उतरे।
पोस्टर, झंडे होर्डिंग्स आदि हटवाए इन प्रशासनिक अधिकारियों ने पैदल मार्चकर कर्मचारियों के साथ तेंदूखेड़ा मुख्य मार्ग से होते हुये खाकरिया रोड बस स्टैंड और कृषि उपज मण्डी तक पहुंच कर राजनीतिक दलों के नेताओं,मंत्रियों के बैनर पोस्टर से लेकर झंडे ,होर्डिंग्स हटवाए। वहीं शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं के पोस्टर बैनर आदि हटवाने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया ।प्रशासनिक अफसरों की इस त्वरित कार्रवाई से हड़कंप का माहौल रहा ।
तेंदूखेड़ा मुख्य बस स्टेंड से लेकर तारादेही तिराहे के पास नगरपरिषदभवन, तक,मुख्यमंत्री से लेरक मंत्रियों के लगाए गए बैनर पोस्टर होर्डिंग्स हटाए गए।इसके अलावा बिजली खंभों और टेलीफसेन पोल पर लगाए गए प्रचार सामग्री,पार्टी की झंडियां भी तत्काल हटाई गईं। इस तरह शनिवार की शाम से ही आदर्श चुनाव संहिता का असर शहर में नजर आने लगा है।
अधिकारियों ने संपत्ति विरूपण अधिनियम का भी नेताओं, मंत्रियों से कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है।वरना उल्लंघन करने पर संबंधितों के खिलाफ नियम अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगा।
6 अक्टूबर को लागू हो गई आचार संहिता
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश समेत चार राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ शनिवार दोपहर 3 बजे से चारों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होगा और 11 दिसंबर को चुनाव के परिणाम आ जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने शनिवार को ठीक तीन बजे प्रेस कांफ्रेस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया था। रावत ने बताया कि मध्यप्रदेश समेत राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आ जाएंगे। मध्यप्रदेश में एक ही चरण में पूरे चुनाव हो जाएंगे।