बलौदाबाजार ब्लॉक के कसडोल थानांतर्गत एक सरकारी स्कूल के शिक्षकों ने गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर दिया। यहां के प्रभारी प्राचार्य समेत छह शिक्षक लंबे अर्से से प्रैक्टिकल में फेल कर देने का दबाव बनाकर छात्राओं से छेड़छाड़ कर रहे थे। आखिरकार छात्राओं के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने परिजनों को इसकी जानकारी दी। इस पर आक्रोशित परिजनों ने गुरुवार को स्कूल का घेराव कर दिया। दहशतजदा शिक्षकों ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद शिक्षकों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। देर रात तक कसडोल थाने में ग्रामीणों की भीड़ जुटी रही। पीड़ित छात्राओं की शिकायत के बाद गुरुवार को दोपहर दो बजे गांव में पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों की मौजूदगी में बैठक रखी गई। मामले की पूरी जानकारी होते ही ग्रामीण उत्तेजित हो गए और स्कूल पहुंच गए। इस दौरान शिक्षक स्कूल में थे।
आक्रोशित ग्रामीण शिक्षकों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों को उत्तेजित देख शिक्षकों ने खुद को कक्षाओं में बंद कर लिया। मामले की जानकारी कसडोल पुलिस चौकी को दी गई। वहां की टीम मौके पर पहुंची तो भीड़ देख लवन चौकी और बलौदाबाजार नगर पुलिस बल को सूचित कर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों और नगर सेना को बुला लिया। काफी मशक्कत के बाद रात करीब आठ बजे प्रभारी प्राचार्य दिनेश साहू, शिक्षक रामेश्वर प्रसाद साहू, महेश वर्मा, चंदनदास बघेल, रूपनारायण और देवेंद्र खूंटे को हिरासत में लेकर सुरक्षित कसडोल थाने ले गए। वहां शिक्षकों से पूछताछ की जाने लगी। बताया जाता है कि इस दौरान कुछ शिक्षकों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी भी मांगी। मामले का पर्दाफाश होने के बाद एकएक कर, कई छात्राओं ने शिक्षकों पर छेड़छाड़ करने आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, कुछ पूर्व छात्राओं ने भी शिक्षकों के करतूतों को लेकर मुंह खोला है। शिकायत के बाद स्कूल के छह शिक्षकों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ चल रही है