मुख्यमंत्री और प्रदेश के बीच यह तय हो चुका है कि जितने पुराने जिला अध्यक्ष हैं उनको हटाकर नए अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। ऐसे लोग अध्यक्ष के पद के लिए नियक्त किए जाएंगे जो विवादित ना हों एवं कोई भी शासकीय जमीन पर कब्जा ना किये हो। क्योंकि पूर्व में लोग जिला अध्यक्ष का पद लेकर शासकीय जमीन पर कब्जा किये हुए हैं और किराया भी वसूल रहे हैं। हर जिले से कहीं 5, कहीं 3 तो कहीं 8 नाम तक जिला अध्यक्ष के दौड़ में हैं।
जबकि जिला कोरिया से मुख्तार अहमद जिला उपाध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं, उनका नाम अध्यक्ष पद पर चर्चित है। जो कि हमेशा कांग्रेस के लिए सहानुभूति से कार्य करते चले आ रहे हैं। कांग्रेस को ऐसे व्यक्ति की शख्त जरूरत है जो जनता के प्रति सहानुभूति रखें एवं कम से कम 8 घंटे का समय जिले में दे सकें। इसी प्रकार योगेश शुक्ला जो कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं और कांग्रेस के प्रति जागरूक नेता माने जाते हैं। एवं रामअवतार जो चिरमिरी के निवासी हैं, ये भी अपना नाम कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी के रूप में पेश किए हैं इसी के साथ-साथ और भी 3-4 लोग दावेदारी कर रहे हैं। जिनका कांग्रेस में कोई स्थान तक नहीं है वो भी अपनी दावेदारी पेश किये हुए हैं।
माननीय मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष जिला स्तर पर विधायको की सुमार करेंगे तो जिला अध्यक्ष की स्थिति विधायक से भी बेहतर हो जाएगी। अध्यक्ष पद को लेकर वशिष्ठ टाइम्स के संपादक की वार्तालाप मोहन मरकाम से मोबाइल पर बड़ी गंभीरता से हुई। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष महोदय के द्वारा कहा गया कि आपके सुक्षाव और सलाह के आधार पर ही विचार किया जाएगा। जिसमें 2-4 दिन के अंदर छत्तीसगढ़ के जिला अध्यक्षों के नाम की नियुक्ति की जाएगी देखना यह कि श्री मोहन मरकाम जी अपने पद को लेकर कहां तक कामयाब हो सकते हैं।