हेल्दी सीजन में भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रोजाना उल्टी-दस्त से पीड़ितों का पहुंचना हो रहा है। हाल में 27 से 31 अक्टूबर की दोपहर तक अस्पताल में 26 उल्टी-दस्त से पीड़ित भर्ती किए गए थे। दीपावली त्योहार के बाद दो दिनों में दस पीड़ितों का अस्पताल पहुंचना हुआ है। बुधवार को अलग-अलग जगहों से 6 उल्टी-दस्त से पीड़ित अस्पताल पहुंचे, जिन्हें भर्ती कर लिया गया है।
अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड को मानसिक रोग विभाग के वार्ड में तब्दील करने के बाद यहां वार्ड की कमी झलक रही है, ऐसे में बीमारों की तादाद बढ़ने पर पेइंग वार्ड में इन्हें भर्ती कराया जा रहा है। दस बिस्तर के मानसिक रोग विभाग में भी कुछ बीमार बेड खाली होने पर भर्ती किए गए हैं। गैलरीनुमा बरामदे में भी बीमारों के लिए बेड डालकर सुविधा बनाई गई है, लेकिन रात में ठंड की अधिकता को देखते हुए बीमारों को खुले गैलरी में रात न गुजारनी पड़े, इसका ख्याल रखा जा रहा है। प्राइवेट वार्ड में एक-दो वार्ड डेंगू पीड़ितों के लिए आरक्षित रखा गया है। अधिकांश वार्ड में उल्टी-दस्त के पीड़ितों के भर्ती रहने से प्राइवेट वार्ड की कमी सामने आ रही है। चिकित्सकों का मानना है कि त्योहार के मौसम में गांव में खासकर हड़िया और महुआ शराब का सेवन करने के साथ खान-पान के प्रति ध्यान नहीं देने से ऐसी स्थिति बनती है। सभी पीड़ितों की स्थिति सामान्य है। कुछ उल्टी-दस्त के पीड़ित गंभीर स्थिति में लाए गए थे लेकिन अब उनकी स्थिति में सुधार है।