रायपुर। छह साल पहले 2013 में नरेंद्र मोदी की पटना सभा और बिहार के बोध गया में बम बलास्ट की साजिश रचने और आतंकियों को रायपुर में पनाह देने के मामले में सिमी के स्लीपर सेल कार्यकर्ता वांटेड अजहरूद्दीन खान उर्फ अजहर उर्फ केमिकल आखिरकार छत्तीसगढ़ एटीएस टीम के हत्थे चढ़ गया। वह छह साल से सउदी अरब में नाम बदलकर रह रहा था, टैक्सी चला रहा था। सउदी से फ्लाइट में बैठकर वह हैदराबाद एयरपोर्ट पर जैसे ही पहुंचा, पहले से अलर्ट टीम ने उसे दबोच लिया। उसके पास से ढेरों फर्जी आइडी, ड्राइविंग लाइसेंस, वेडिंग पास और रायपुर का बना हुआ पासपोर्ट जब्त किया गया है। इस केस में अजहर 18वां आरोपित बनाया गया था। मास्टर माइंड उमेर सिद्दीकी समेत 17 पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। हालांकि इनमें से कुछ जमानत पर बाहर हैं।
रायपुर एसएसपी आरिफ शेख ने शनिवार दोपहर को पुलिस कंट्रोल रूम में गिरफ्तार किए गए मौदहापारा के अजहरूद्दीन उर्फ अजहर खान (32) पिता नईमुद्दीन उर्फ बाबू खान को मीडिया के सामने पेश किया। उन्होंने बताया कि एटीएस के सहयोग से सीएसपी सिविल लाइन त्रिलोक बंसल और उनकी टीम ने छह साल से फरार अजहर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया।
अजहर प्रतिबंधित संगठन सिमी का प्रचार-प्रसार, संगठन की मीटिंग का आयोजन, जरूरी सामान मुहैया कराने का काम करता था। उसने बोध गया और पटना ब्लास्ट के आरोपितों को रायपुर में छिपाने के साथ लाने और ले जाने का काम किया था। सिमी के 17 कार्यकर्ताओं की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी और केस दर्ज होते ही वह फरार हो गया था।
फ्लाइट से उतरते ही एयरपोर्ट पर दबोचा -एसएसपी ने बताया कि अजहर यहां से भागकर हैदराबाद गया। वहां कुछ दिन रुकने के बाद सउदी अरब चला गया। वहां पर अपना नाम बदलकर वह टैक्सी चलाने के साथ सुपर मार्केट में सहायक मैनेजर के रूप में काम कर रहा था। एटीएस को लगातार उसके हैदराबाद आकर वापस लौट जाने की खबर मिल रही थी।
फिर से जब अजहर के हैदराबाद आने की सूचना मिली तो एटीएस अलर्ट हुई। एटीएस और पुलिस की संयुक्त टीम ने हैदराबाद जाकर एयरपोर्ट अथॉरिटी से समन्वय स्थापित कर अजहर की जानकारी साझा की। इसके बाद शुक्रवार को हैदराबाद एयरपोर्ट में विदेश से आने वाली फ्लाइट से उतरने वाले सभी यात्रियों की निगरानी की जा रही थी। इसी दौरान अजहरूद्दीन को एयरपोर्ट से बाहर निकलते देखकर टीम ने बिना मौका गंवाए उसे दबोच लिया।
दो दिन की रिमांड पर, कई खुलासे की उम्मीद-अजहर को रायपुर लाकर कोर्ट में पेश किया गया। उससे पूछताछ करने दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। एसएसपी ने कहा कि सिमी का स्लीपर सेल अभी रायपुर में सक्रिय है या नहीं, यह अजहर से पूछताछ में पता चलेगा। उसके लिंक किन-किन लोगों से जुड़े हैं, समेत कई कडियां खुलने की उम्मीद है।
फर्जी नाम से ड्राइविंग लाइसेंस-अजहर ने सउदी अरब में फर्जी नाम से दो ड्राइविंग लाइसेंस और हैदराबाद का वोटर आइडी कार्ड बनवा रखा था। वर्ष 2013 में रायपुर पासपोर्ट दफ्तर से उसने पासपोर्ट बनवाया था। जब्त पासपोर्ट में कई विदेश यात्रा का उल्लेख है।
कई गिरफ्तारियां होंगी– एसएसपी ने कहा अजहर की गिरफ्तारी के बाद सिमी के स्लीपर सेल से जुड़े कई और लोगों की गिरफ्तारी संभव है। प्रारंभिक पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है। इस पर काम किया जा रहा है।