जिला कोरिया. बैकुण्ठपुर में जिला सत्र् न्यायालय से बाबू के द्वारा सेवा निवृत्ति लिया गया. उनकी ईमानदारी के कारण उनका बैकुण्ठपुर से जगह-जगह के न्यायालय में स्थानांतरण किया गया। बैकुण्ठपुर में पद पर रहकर उनको दलालों एवं अधिकारियों से सांठ-गांठ पंसंद ना होने के कारण उन्होने अपने पद से सेवानिवृत्ति का आवेदन श्रीमान् जिला सत्र् न्यायालय महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया। आत्मज रामजनम सिंह के सुपुत्र अनिल सिंह अपने पिता के पदचिह्नों पर खरे उतरे। उन्होने संपादक से बात-चीत के दौरान अपने विचार प्रकट किये। और कहा कि मैं ईमानदार व गरीबों का अपनी वकालत में जिनके पास पैसा नहीं होगा उनको मुफ्त सेवा सवा प्रदान करूंगा और वकालत में अपने पक्षकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर न्यायालय में पक्ष रखूंगा।