जशपुर। जशपुर में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। पत्थलगांव अस्पताल में आग से झुलसी महिला को इलाज के लिए रेफर करने के बाद 108 नही मिल पाया और चार घण्टे तक महिला इलाज के लिये तड़पती रही। उसके बाद घंटों हंगामे के बाद महिला को महतारी एक्सप्रेस से भेजा गया।
पत्थलगांव के सिविल अस्पताल में सोमवार को संजीवनी एम्बुलेंस खराब रहने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अस्पताल प्रशासन के विरोध में नारेबाजी भी की गयी। संजीवनी 108 एंबुलेंस के रखरखाव में बरती जा रही लापरवाही अब मरीजों पर भारी पड़ने लगी है। पत्थलगांव के ईला में खाना बनाने के दौरान आग से झुलसी महिला को इलाज के लिए पत्थलगांव सिविल अस्पताल में दाखिल किया गया था जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए इलाज के लिए रायगढ़ रेफर कर दिया गया।
गंभीर महिला को रायगढ़ ले जाने के लिए जैसे ही अस्पताल में खड़े संजीवनी 108 में रखा गया तो पता चला की संजीवनी 108 खराब है। उसके बाद अस्पताल के एम्बुलेंस से महिला को ले जाने की तैयारी हुई तो अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया वह भी अरसे से खराब पड़ी है। उधर मरीज की हालत गम्भीर होता देख परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से नाराज होकर जमकर हंगामा किया। घंटों हंगामे के बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला को महतारी एक्सप्रेस से इलाज के लिए रायगढ़ भेजा। अस्पताल में वाहनों के रखरखाव नही होने से जनप्रतिनिधियों में भी खासी नाराजगी है।