दरअसल 19वीं राज्य स्तरीय शालेय खेलकूद प्रतियोगिता का बिलासपुर में आयोजन किया गया था। समापन के बाद मंगलवार को 12 जिलों से आए खिलाड़ी रवानगी की तैयारी कर रहे थे। सरस्वती शिशु मंदिर में जशपुर और रायगढ़ के खिलाड़ी रुके थे। रायगढ़ के खिलाड़ियों ने जशपुर के खिलाड़ियों पर एक जूता चोरी करने का आरोप लगाया। इसके बाद जशपुर टीम के कमरे में घुस कर जूता खोजने लगे। वहां पड़े एक जूते को रायगढ़ के खिलाड़ियों ने अपना बताया। इस पर जशपुर के खिलाड़ियों ने कहा कि सभी खिलाड़ियों को एक जैसे जूते दिए गए हैं। ये जूता जशपुर के खिलाड़ी का है। धीरे-धीरे बात बढ़ गई।
रायगढ़ के खिलाड़ियों ने कोच के साथ मिलकर जशपुर के दर्जनभर खिलाड़ियों की पिटाई राड, डंडे, ईंट, पत्थर और लात व घूसे से कर दी। घटना को अंजाम देकर रायगढ़ की टीम ट्रेन से रवाना हो गई।
इधर आहत खिलाड़ी कोच रीना फुलेट मिंज के साथ देर शाम सिविल लाइन थाने पहुंचे। उन्होंने रायगढ़ कोच और खिलाड़ियों के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई।
घटना की सूचना मिलने पर आयोजन समिति शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी भी थाने पहुंच गए। वे खिलाड़ियों व कोच पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे। कोच ने इससे इन्कार करते हुए खिलाड़ियों को सुरक्षा उपलब्ध कराने में आयोजन समिति को नाकाम बताया।
घटना में जशपुर टीम के शाहीद अहमद, सौरभ कुमार, अजीम अहमद और आदिल अंसारी को गंभीर चोटे आई है। उनका जिला अस्पताल में मुलाहिजा कराया गया है।
मारपीट से आहत खिलाड़ियों ने आयोजन समिति की अव्यवस्था पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि बिलासपुर बुलाकर उनका बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा गया। रहने, यातायात और सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी। अब वे किसी भी स्पर्धा में शामिल होने बिलासपुर नहीं आएंगे।