वशिष्ठ टाइम्स।।
जिला कोरिया बैकुन्ठपुर में कथित चर्चा में यह बात आ रही है कि मीडिया स्वतंत्र होती है लेकिन उसे भी स्वतंत्र नही रखा जा रहा है उस पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है और एक-दूसरे को लेकर मीडिया में अलोचना का दौर बना हुआ है। मीडिया को प्रेसवार्ता के लिए किसी प्राइवेट स्थान पर जाना उचित नहीं होता पर अब मीडिया पैसे की कठपुतली हो चुकी है। जिनको पत्रकारिता का अनुभव नहीं है वे लोग पत्रकारिता की धज्जियां न उडाएं। कोरिया जिले में दानदाता द्वारा शासकीय जमीन की अदला-बदली कर लेना यह चार सौ बीसी का मामला बनता है जिसमें जनता के द्वारा आवाज उठाई जाती है तो शासकीय जमीन के विषय में बार-बार दान का उल्लेख किया जाता है जबकि कोरिया जिले की जनता भली भांति जानती है कि आम जनता के साथ जमीन को लेकर कितनी घटिया और घिनौनी कहानी बनाई गई है जो व्यक्ति कभी किसी को पांच लाख रूपए व किसी को एक लाख रूपए देने की चर्चा करते थे उस व्यक्ति के द्वारा वशिष्ठ टाइम्स समाचार के विज्ञापन का भुगतान नहीं हो पाया। लाखों की बात करने वाले व्यक्ति हजारों का भुगतान नही कर पाते हैं। और मोबाइल पर भुगतान को लेकर गंदी गाली व जान से मारने की धमकी दी जाती है। जिसकी शिकायत लिखित रूप से थाना प्रभारी को दी गयी किंतु कोई भी थाने से इसकी प्रतिक्रिया नहीं हुई। वैसे तो छोटा मुंह बड़ी बात करना यह शोभा नहीं देता। एक व्यक्ति ने कई एकड़ों के हिसाब से शासन की जमीन को हड़प कर लिया इस बात का प्रमाण बैकुन्ठपुर जिला जेल है। एवं लोकनिर्माण विभाग की प्रशासन में अनुभवी एवं ईमानदार प्रशासन आ जाता है तो उन्हें अपने पूर्व का वक्त याद आ जाता है।