भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को ‘‘चंद्रयान 2’’ से ली गई पृथ्वी की तस्वीरों का पहला सेट जारी किया। इसरो के प्रमुख के। सिवन ने कहा कि चंद्रयान 2 के लैंडर पर लगे कैमरे से ये तस्वीरें ली गई हैं। उन्होंने कहा कि इन तस्वीरों से संकेत मिलता है कि यह मिशन अच्छी स्थिति में है। ये तस्वीरें शनिवार को ली गईं। इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि चंद्रयान 2 पर लगे एल 14 कैमरे ने ये तस्वीरें लीं जिनमें दक्षिण अमेरिका और प्रशांत महासागर के हिस्से नजर आते हैं। इसरो ने 5 तस्वीरों के एक सेट के साथ एक ट्वीट में कहा कि चंद्रयान 2 के एल14 कैमरे से 3 अगस्त, 2019 को भारतीय समयानुसार रात 11 बजकर 4 मिनट पर देखी गई धरती। वैसे चंद्रयान.2 के प्रक्षेपण के बाद कई ऐसी तस्वीरें आई थीं जिनके बारे में दावा किया गया था कि उन्हें चंद्रयान.2 ने खींचा है, लेकिन इसरो ने कहा था कि ये तस्वीरें चंद्रयान.2 ने नहीं खींचीं। भारत ने अपने सबसे शक्तिशाली रॉकेट के माध्यम से चंद्रयान.2 मिशन को 22 जुलाई को प्रक्षेपित किया था। योजना के मुताबिक 7 सितंबर को चंद्रयान.2, रोवर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारेगा जिसका अब तक कोई अध्ययन नहीं हो पाया है।
इसरो ने 11 साल पहले ‘‘चंद्रयान 1’’ को रवाना किया था जिसने चंद्रमा की 3,400 से अधिक बार परिक्रमा कर एक इतिहास रचा। इसका कार्यकाल 312 दिन का था और यह 29 अगस्त, 2009 तक कार्यरत रहा था।
चंद्रयान 2 में ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर लगाए गए हैं और इसके सितंबर के पहले सप्ताह में चांद पर उतरने की उम्मीद है। वैज्ञानिक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसकी ‘‘सॉफ्ट लैंडिंग’’ कराएंगे। इस इलाके में अब तक कोई देश पहुंच नहीं सका है।
यदि सबकुछ ठीक रहता है तो चीन, रूस और अमेरिका के बाद भारत ऐसा चौथा देश होगा, जो चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के जरिए रोवर उतारेगा। चंद्रयान.2 को इसरो का सबसे जटिल और प्रतिष्ठित मिशन माना जा रहा है।