वशिष्ठ टाइम्स।।
जिला कोरिया के विधायको से आम जनता त्रस्त हो चुकी है। कोई भी व्यक्ति अनपे काम को लेकर या अपने दुख-दर्द को लेकर विधायक से मिलते हैं तो विधायकों द्वारा या तो उन्हें डांट कर भगा दिया जाता हैं या तो उनके काम को नकार दिया जाता है। बस विधायक ठेकेदारों के घेरे में घिरे रहते हैं। जो लोग नजदीक थे वो भी साथ छोड़ गए। लोगों द्वारा जगह-जगह विरोधाभास हो रहा है।
साथ ही साथ अपराध, झूठी दलाली, झूठे केश, जमीन में हेराफेरी की जा रही है। चैक-चैराहे पर चर्चा होती रहती है कि हमने विधायक बनाकर बहोत बड़ी गलती कर दी। जबकि जनता की आशा बनी हुई थी कि पुर्व के विधायक से अच्छे या व्यावहारिक विधायक होंगे। कहावत है- ‘‘हम तो सलम चले-चले पर पार्टी को भी ले डूबेंगे’’। अपने कार्य काल में ठेकेदार मालामाल हो जाएंगे। प्रशासन को प्रताणित व्यक्ति गोहार लगाता है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। अब पब्लिक ना इधर की ना उधर की बस घुटन महसूस कर रही है। लोगों में चर्चा है कि 50 सालों में ऐसा नहीं हुआ जो कि अब देखने को मिल रहा है। और जनता अपने को ठगाव महसुस कर रही है।