आयल इंडस्ट्रीज के सभी 4 प्रतिष्ठानों के लायसेंस एवं दस्तावेजों का परीक्षण
शिवांक साहू जिला चीफ ब्यूरो नरसिंहपुर
नरसिंहपुर. कलेक्टर दीपक सक्सेना एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह ने जिले के करेली तहसील मुख्यालय पर स्थित आयल इंडस्ट्रीज के 4 प्रतिष्ठानों का रविवार को संयुक्त टीम के साथ औचक निरीक्षण किया। प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता मिलने पर कलेक्टर ने आशु इंडस्ट्रीज को सील करने के निर्देश दिये। उन्होंने संयुक्त टीम को विस्तृत जांच कर प्रकरण दर्ज करने की हिदायत दी।
इसके बाद कलेक्टर एवं एसपी ने शुभम इंडस्ट्रीज, राहुल इंटरप्राइजेज एवं फर्म कंछेदी लाल विजय कुमार नेमा के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया और पूछताछ की। जांच के लिए इन सभी प्रतिष्ठानों से आयल के सैम्पल लिये गये। आयल इंडस्ट्रीज के सभी 4 प्रतिष्ठानों के लायसेंस एवं दस्तावेजों का परीक्षण करने के लिए भी कलेक्टर ने निर्देशित किया। इन सभी प्रतिष्ठानों में बाहर से टेंकर द्वारा खाद्य तेल लाकर उसकी पैकेजिंग कर थोक में विक्रय किया जाता है।
निरीक्षण के दौरान आशु इंडस्ट्रीज के परिसर में अत्याधिक गंदगी मिली। यहां के सभी कार्यों में गंभीर अनियमिततायें सामने आई। इस आयल इंडस्ट्रीज को गणपति ब्रांड के नाम से आशु इंडस्ट्रीज का लायसेंस मिला हुआ है, परंतु आशु इंडस्ट्रीज में एक्टिव पक्का मोती, आदित्य गोल्ड, मधुर रूची, ट्यूलिप गोल्ड, शक्ति, उड़ान, गणपति सनफ्लावर आयल, एक्टिव इंदौर फर्स्ट ग्रेड सोयाबीन रिफाइंड आयल, फार्चून आदि अनेक ब्रांड के नाम से पैकेजिंग के प्रमाण मिले। यहां किसी प्रकार का कोई लायसेंस या अन्य दस्तावेज नहीं मिला और ना ही कोई लेखा- जोखा मिला। आशु इंडस्ट्रीज के मालिक मौके पर नहीं मिले। निरीक्षण में यह मिथ्या छाप/ मिस ब्राडिंग का गंभीर मामला मिला। यहां मिले कर्मचारियों के बयान दर्ज किये गये।
संयुक्त टीम में राजस्व, पुलिस, नगर पालिका एवं उद्योग विभाग का अमला मौजूद था। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, एसडीएम महेश कुमार बमनहा, एसडीओपी अर्जुन सिंह उईके, डिप्टी कलेक्टर डीएस तोमर, प्रबंधक उद्योग गुंजन जैन, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सारिका दुबे और अन्य अधिकारी मौजूद थे।