विकास खंड सोनहत में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा जैविक खेती के लिए शासन द्वारा जारी की गई राशि में बड़ा गोलमाल किया गया है, जानकारी के मुताबिक विकास खंड सोनहत के दस ग्रामों को जैविक ग्राम घोषित किया गया है जिनके अंदर आने वाले किसानों के खेतों में फसल प्रदर्शन जुताई, बुवाई, खाद आदि के लिए जारी की जाने वाली राशि का संबंधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अपने चहेते फार्मो का बिल लगा कर बड़े पैमाने पर राशि का बंदरबांट करते हैं, और जब किसान अपनी मेहनत से खेत तैयार कर लेता है तो कुछ बीज देकर फसल तैयार हो जाने पर फोटोशूट करा कर वाहवाही लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते। अफसोस की बात है कि एक तरफ तो शासन जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रहा है और जिम्मेदार अधिकारी बस अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं।