कोरिया जिले के तहसील सोनहत में एक असहाय वृद्भ विधवा महिला अपनी ही जमीन के लिए दबंग रिश्तेदारों से लड़ाई लड़ रही है पर इस असहाय वृद्धा की सुनने वाला कोई नहीं है जानकारी के अनुसार कुम्भकर्ण आत्मज भोंदू की सोनहत में ही लगभग साढ़े तीन एकड़ जमीन है जिसको उसके ही रिश्तेदार के द्वारा छलपूर्वक मोटरपंप निकलवाने के नाम जमीन संबंधी दस्तावेज में अंगूंठा लगवा कर पूरी जमीन अपने नाम करा ली और जब इस बात का पता वृद्ध कुम्भकर्ण को चला तो उसने थाने में जाकर इसकी शिकायत की पर अफसोस कानून की लंबी लड़ाई लड़ते हुए अपनी ही जिंदगी की जंग की हार गया और अब उसके बाद वृद्ध पत्नी जानकी बाई ने मोर्चा संभाला है पर न्याय की गुहार लगाते.लगाते वृद्धा थक चुकी है पर उसकी सुनने वाला कोई नहीं है और तो और उसके वृद्ध पति द्वारा उसी रिश्तेदार का 12 साल का मवेशी चराई की मजदूरी भी नहीं दी गईए माँगने पर कुछ कागजातों पर दस्तखत कराया गया यह कह कर की तुमको नया पम्प दिला देंगे और बाकी कागजात में तुम्हारी मजदूरी का हिसाब है कह कर अंगूठा लगवा लिया और ज़मीन अपने नाम करा ली और तो और रसूखदार दबंग रिश्तेदारों द्वारा पंचायत से अपने नाम पर नामांतरण भी करा लिया और सोनहत पंचायत तो वैसे भी पैसे के लिए कुछ भी कर दे इनके कुछ कारनामे तो पाठक पूर्व अंक में पढ़ चुके हैं।