कोरिया जिले के तहसील सोनहत में कैलाश गुप्ता द्वारा पंचायत बदल-बदल कर फर्जी बिल लगा कर पैसा निकाला जा रहा है। सचिव के पास करोड़ों की संपत्ति है बैकुण्ठपूर लिले में उनका निजी कार, पक्का मकान है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके पास 10-15 हाइवा चल रही है तथा अम्बिकापुर में भी मकान है। कैलाश गुप्ता सोनहत जिले में एक ऐसा व्यक्ति है जो कि जनपद सीइओ से लेकर पैसों के बल पर उच्च अधिकारियों को अपने नीचे रखता है। अभी हाल में ग्राम पंचायत रामगढ़ सिंघोर में निर्माण कार्य में सचिव द्वारा अपने रिश्तेदार के नाम पर भारी भ्रष्टाचार किया गया। जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत रामगढ़ तथा सिंघोर उज्यावान के सचिव कैलाश गुप्ता द्वारा अपने रिश्तेदार घनश्याम गुप्ता के नाम बिल लगाकर लाखों रूपयों की हेरा-फेरी किया गया है। विदित हो कि 3 पंचायत के सचिव होने के कारण इनके द्वारा धड़ल्ले से तमाम शासकीय योजनाओं में अपने रिश्तेदार का बिल लगाकर शासकीय राशि का बंदरबांट किया है। ज्ञात हो कि पंचायत राज अधिनियत की धारा 40 के अनुसार कोई भी जनप्रतिनिधि या पंचायत पदाधिकारी स्वंय या अपने सग्गे संबंधियों को सीधे लाभ नहीं पहुंचा सकता है। पर इनकी तरह विकास खण्ड के कई पंचायतों का कमोबेश का यही हाल है, पर जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्यवाही करने के बजाय अपनी जेबें भरने में लगें हैं।
चर्चा का विषय यह है कि एक सचिव की वेतन लगभग 2500/- की होने के बावजूद करोड़ों की संपत्ति कहां से आयी? इस मामले कि अच्छी तरह से जांच की जाये।