कोरिया जिले में दूरसंचार विभाग में एसडीओ आज 10 सालों से दूरसंचार विभाग का खून चुस रहें हैं। संविदा कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि 10-10 सालों से कोरिया जिले में कार्य कर रहें है आज तक दूरसंचार विभाग को कोई जानकारी नहीं दिया गया। उनको डेली वेतनभोगी बनाया गया है। दूरसंचार के एसडीओ आज कोरिया जिले के निवासी बन चुके है इनके द्वारा 40 लाख का बंगला अपने परिवार के नाम से खरीदा गया है। जानकार सूत्र के द्वारा जो विभाग के काम के लिए पैसा आता रहा है उसे फर्जी ढ़ंग से बिल बनाकर अपने खर्च में निकालते आए है।
जबकि नियमानुसार कोई भी अधिकारी 3-4साल से ज्यादा नहीं रह सकता।जैसे एक पौधा बड़ा होने पर जड़ फैलती है उसी प्रकार उस क्षेत्र का निवासी हो जाता है। सोचने वाली बात है कि सान-सौकत के उपक्रम व बंगला की सहमती अपने विभाग से लिया गया है। जैसे शासकीय कर्मकारी कोई भी संपत्ति खरीदता है तो अपने बीबी-बच्चों के नाम करता है। पर पैसा तो पति व पिता के हिस्से से ही लिया जाता है। ये शासन को भ्रमित करने वाली बात है। जांच का विषय है कि दूरसंचार विभाग के एसडीओ अंगद का पेड़ कैसे बने? व इतना पैसा आया कहां से?