कोरिया। बैकुण्ठपुर जिला कोषालय में बैठे अधिकारी वर्ग जो कि कर्मचारियों के बिल पास होने के लिए आते है उसमें अधिकारी अपना कमीशन बैठा लिए है। जिसे अपना बिल पास करना हो उसे अपने बिल का कुछ प्रतिशत देना जरूरी सा हो गया है। शासन के वेतन के बाद भी अधिकारियों का कमीशन खाना, खाने के बाद मिठा खाने के रिवाज की भांति बन गया है।
स्टाम विक्रेता जिला कोषालय से स्टाम निकालने जाते है तो विक्रेता से अधिकारी व चपरासी अपना-अपना कमीशन लेने को कुदते है अगर कमीशन न दो तो चपरासी स्टाम तक नहीं निकालते है तथा अधिकारी हस्ताक्षर नहीं करते है। स्टाम विक्रेताओं को चलान पटाने के बावजुद भी 2-4 दिन तक कोषालय के चक्कर काटने पड़ते है। स्टाम विके्रता को सरकार द्वारा जो स्टाम बेचने का कमीशन दिया जाता है वह पुरा कोषालय में ही लग जाता है जिसके कारण स्टाम विक्रेता भी स्टाम का मूल्य बड़ा कर जनता को बेचता है। जिला कोषालय के इस कमीशन खोरी के कारण आम जनता को भुगतना पड़ता है।