कोरिया। बैकुण्ठपुर न्यायालय के बाहर दलालों की लम्बी लाइन लगती जा रही है। आज कल सरकारी दफ्तरों में अधिकारी व विभिन्न कर्मचारी जनता की समस्याओं व जरूरतों को अपने कस्मटर के भांति देखने लगे हैं। इसमें दलालों की मुख्य भूमिका रहती है। जनता को बहला-फुसला कर पुरे काम की जिम्मेदारी लेकर पैसे की मांग करते है जिसे दलाल व उस मामले से जुड़े कर्मचारी तथा अधिकारी तक मिल बांट कर खाते है। जिसकी जितनी बड़ी समस्या उतनी बड़ी रकम लेकर कार्य किये जा रहे है जिनके पास पैसे ना हो वह लाचारों की तरह इधर से उधर भटकते रहते है।
बैकुण्ठपुर जिला न्यायालय व उससे लगे सभी आफिसों में हर रोज सैकड़ों केस आते है जिससे इन दलालों की अच्छी-खासी व्यापार चल रही है। दलाल वर्ग पैसों की लालच में जनता की मजबूरी को व्यापार बना लिये है। दलालों की अधिकारियों से इतनी पकड़ बनी हुई है कि पैसे लेकर वह किसी भी मुजरिम के जमानत के लिए फर्जी पट्टा भी तुरन्त इन्तजाम कर लेते है और उसे तुरन्त जमानत दिला देते है।