कोरिया। बैकुण्ठपुर जिला शासकीय चिकित्सालय में स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को अनेक प्रकार की समस्याओं से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तथा विभिन्न प्रकार की अवैध वसूली से पीड़ित लगातार परेशानी का सामना कर रहे हैं।
स्टाफ की कमी व मशीनों के आभाव में जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर में लगातार पीड़ितों को बाहर रिफर कर दिया जाता है, तथा कई की मृत्यु की भी बात सामने आयी है। यहां के निकम्मे, कामचोर व घुसखोर स्टाफ के कारण मरीज को कष्टों का सामना करना पड़ रहा है।
गुप्त सूत्रों से पता चला है कि एक ही समाज, एक ही क्षेत्र के लोग स्वास्थ विभाग में सालों से जमे हुए है। जो कि फर्जी डाक्युमेंट लगा कर व नेताओं की पकड़ से स्वास्थ विभाग में भर्ती लिये बैठे है।
घूसखोरी तो इसप्रकार है कि पर्ची 10 रूपये में काटी जाती है, लोगों के द्वारा बताया जा रहा है कि सीधे ग्रामीणों से 100-100 रूपये तक की वसूली की जाती है। तथा किसी को मेडिकल प्रमाण-पत्र बनवाना हो तो वही बनवा सकता है जिसके पास पैसे का बल हो। अन्यथा उसे बहाना बता कर भेज दिया जाता है।
चपरासी से लेकर अधिकारी तक पैसे लेने में लगे रहते है। सूत्र बताते हैं कि नर्स समय में उसी को इंजेक्शन लगाना उचित समझती है जो उन्हे पैसा देता है। तथा शासन द्वारा चिकित्सालय मंें मरीजों के उपयोग के लिए दुध एवं अन्य खाद्यय पदार्थ तथा बाल्टी, मग्गा जैसे चीजों को भी स्टाफ के लोगों द्वारा आपस में बांट कर अपने अपने घरों में उपयोग किया जा रहा हैं। इसीप्रकार मरीजों का खाना दिया जाता है जिसमें दाल पानी जैसे, तथा सब्जी पतली दे कर पैसे मारे जाते हैं।
जिला चिकित्सालय की अच्छे से जांच करा कर चिकित्सालय के अव्यवस्था को सुधार करना बहुत ही जरूरी हो गया है।