देश में भगवा और हिंदुत्व को कोई संकट नहीं-स्वरूपानंद सरस्वती
लोकसभा चुनाव में अचानक से ही हिंदुत्व का मुद्दा जोर पकड़ लिया है। भोपाल से भाजपा की तरफ से साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर को उतारे जाने के बाद एक बार फिर हिंदुत्व और भगवा को लेकर देश में एक नई बहस छिड़ गई है। ऐसे में हिंदू धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरुओं में से एक द्धारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से लोकसभा चुनाव को लेकर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया…
मोदी सरकार को दस में जीरो नबंर : शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हैं। मोदी सरकार के पांच साल के कामकाज को आप दस में से कितने नंबर देंगे, शंकराचार्य साफ कहते हैं कि वो बिल्कुल भी नंबर नहीं देंगे। शंकरचार्य कहते हैं कि मोदी सरकार आने के बाद लगा था कि देश में हिंदू राज आएगा और हिंदुओं का
कुछ भला होगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसके उलटे मोदी सरकार के समय गौमांस का निर्यात बढ़ा, रेप की घटनाए बढ़ीं, किसान आज अपनी फसल का सहीं दाम नहीं मिलने के कारण आत्महत्या कर रहा है, मजदूर के पास काम नहीं है और काला धन और भष्टाचार पर मोदी सरकार कोई रोक नहीं लगा पाई।
हर हाल में बनेगा अयोध्या में राममंदिर : अयोध्या में राम मंदिर के सवाल पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती कहते हैं कि अयोध्या में हर हाल में राम मंदिर बनेगा। शंकराचार्य बड़ा बयान देते हुए कहते हैं कि वहां पर कभी बाबरी मस्जिद थी हीं नहीं, वहां पर राम मंदिर ही था और फिर राम मंदिर बनेगा। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के भेजे गए आयोग के सामने वो हिंदुओं का पक्ष रखने की बात भी कहते हैं।
वोट के लिए भाजपा का दलित प्रेम : शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती चुनाव के समय भाजपा के दलित प्रेम पर निशाना साधते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाल के अयोध्या दौर पर एक दलित के घर खाने को शंकराचार्य चुनावी हथकंडा करार देते हैं। शंकराचार्य दलित को समाज का एक अभिन्न अंग बताते हुए कहते हैं कि चुनाव में वोट लेने के लिए योगी आदित्यनाथ दलित के घर खाना खाने जाते हैं।
भगवा और हिंदुत्व पर कोई संकट नहीं : भोपाल से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के भगवा की रक्षा के लिए दिए बयान पर शंकराचार्य कहते हैं कि भगवा पर कोई संकट नहीं है। वो अपने खुद के वस्त्रों की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं कि भगवा तो हम भी पहने हैं कहीं कोई संकट नहीं है।
दिग्विजय को बताया शिष्य : शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती कहते हैं कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जिसके खिलाफ खड़ी हैं वो उसके गुरु हैं। दिग्विजय उनके शिष्य हैं और उनके पास जीत का आशीर्वाद लेने आए थे और वो उनके साथ हैं।
दिग्विजय ने नहीं कहा हिंदू आतंकवाद : शंकराचार्य कहते हैं कि उन्होंने दिग्विजयसिंह से खुद पूछा था कि उन्होंने क्या हिंदू या भगवा आतंकवाद की बात कही है, दिग्विजय सिंह ने उनको खुद बताया कि उन्होंने कभी हिंदू और भगवा आतंकवाद की बात नहीं कही, उन्होंने केवल संघ समर्थित आतंक की बात कही है।
साध्वी प्रज्ञा को क्यों बनाया उम्मीदवार : शंकराचार्य साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आनन-फानन में भाजपा में शामिल करने और फिर उम्मीदवार बनाए जाने पर सवाल उठाते हैं। वे कहते हैं कि भाजपा में बहुत से लोग टिकट के दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने एक दिन पहले पार्टी की सदस्य बनी साध्वी प्रज्ञा को क्यों अपना उम्मीदवार बनाया?
साध्वी प्रज्ञा मिलने आईं तो क्या आशीर्वाद देंगे : क्या साध्वी प्रज्ञा उनसे आशीर्वाद लेने आती हैं तो वो क्या करेंगे, इस पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती बचते हुए कहते हैं कि वो चुनाव के बारे में कुछ नहीं बोलते हैं, लेकिन जनता को उसको वोट डालना चाहिए जो आज की ज्वलंत समस्याओं को हल करे। शंकराचार्य कहते हैं कि जब आज जीएसटी के चलते व्यापारी परेशान हैं, उनका कारोबार ठप हो गया है, किसान परेशान हैं, नर्मदा को दूषित कर दिया गया है, तो इन समस्याओं को हल करने में ये महिला क्या योगदान करेगी। इसको लेकर जनता को सवाल पूछना चाहिए।
कमलनाथ सरकार के कामकाज पर :मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के अब तक के कामकाज को आप किस तरह देखते हैं, स्वरूपानंद सरस्वती कहते हैं कि परिणाम लाने के लिए कुछ समय और देना चाहिए। इसके साथ ही वो ये भी जोड़ देते हैं कि इस समय चुनाव चल रहा है। इसलिए वो कुछ ज्यादा नहीं बोल सकते हैं, नहीं तो विवाद होगा।
हिंदुत्व को लेकर संघ पर निशाना : आज जब लोकसभा चुनाव हिंदुत्व की तरफ मुड़ता हुआ दिख रहा है तब शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से भी हिंदुत्व को लेकर उनके नजरिए के बारे में सवाल किया। उत्तर में शंकराचार्य संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि भागवत जो अपने को हिंदू राज्य का समर्थक मानते हैं और जिनके दर्शन को लेकर भाजपा चल रही है, वो कहते हैं कि जो हिंदुस्तान में पैदा हुआ है वो हिंदू है। लेकिन, हिंदुस्तान में मुसलमान भी पैदा होता है, ईसाई भी, क्या वो भी हिंदू हैं? अगर वो हिंदू हैं तो उनकी पहचान मिटाने का काम हो रहा है।
शंकराचार्य प्रश्न खड़ा करते हैं कि ऐसे में हिंदू अपने आप को क्या कहेगा और इससे हिंदू की पहचान भी मिटेगी। शंकराचार्य साफ कहते हैं कि सनातन परिभाषा के मुताबिक हिंदू मां-बाप से जो जन्म लेगा वो हिंदू और जो मुस्लिम मां-बाप से जन्म लेगा वो मुस्लिम। शंकराचार्य सवाल करते हुए कहते हैं कि इनका हिंदू राष्ट्र और हमारा हिंदू धर्म है।
भोपाल के चुनावी मुकाबले को किस तरह देखते हैं : लोकसभा चुनाव में भोपाल लोकसभा सीट पर चुनावी मुकाबले को आप किस तरह देखते हैं, शंकराचार्य कहते हैं कि लोगों को चरित्र और मुद्दों को देखकर कर वोट करना चाहिए। स्वरूपानंदजी कहते हैं कि जनता को उसको वोट देना चाहिए जो उनकी ज्वलंत समस्या का समाधान कर सके। शंकराचार्य दिग्विजय को वचन का पक्का बताते हैं। वे कहते हैं कि उन्होंने चुनाव में हार के बाद अपने वचन के मुताबिक दस साल तक कोई पद नहीं लिया और आज भी किसी ऐसे निर्णय लेने वाले की ही जरूरत है।