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यूं तो मैं दोबारा चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी, लेकिन…..

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लोकसभा चुनाव 2019 : हेमा मालिनी ने कहा- यह मेरा अंतिम चुनाव

उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से एक बार फिर चुनाव लड़ रहीं भाजपा नेत्री हेमा मालिनी ने सोमवार को यह कहकर उनकी उम्मीदवारी का विरोध कर रहे पार्टी नेताओं के एक धड़े को शांत करने की कोशिश की कि वह अगली बार चुनाव नहीं लड़ेंगी और आने वाली पीढ़ी के लोगों को यह मौका देना चाहेंगी।
वह सोमवार को कलक्ट्रेट में नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सेठ बीएन पोद्दार इण्टर कॉलेज में पार्टी द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित कर रही थीं।

इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘यूं तो मैं दोबारा चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी। घरवालों का भी यही मत था। लेकिन मुझे लगा कि प्रधानमंत्री देश को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं तो उनके हाथ मजबूत करने के लिए मुझे भी कुछ करना चाहिए, तब मैंने पुनः चुनाव लड़ने का मन बनाया और मथुरा से ही लड़ने का संकल्प लिया। इसके लिए पार्टी व प्रधानमंत्री की आभारी हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया।
हेमा मालिनी ने अपने बयान में उनकी उम्मीदवारी का विरोध करने वाले पार्टी नेताओं के एक धड़े को भी संतुष्ट करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, मैं उन सभी भाइयों से क्षमा चाहती हूं कि वे मेरे निर्णय की वजह से इस बार न लड़ सके लेकिन अगली बार मैं यह मौका उन्हें जरूर देना चाहूंगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने साफ कह दिया था कि हेमा मालिनी अगर चुनाव लड़ेंगी, तो मथुरा से ही लड़ेंगी। अन्यथा किसी भी अन्य क्षेत्र से नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि बरसों से मेरा सपना था कि मैं मथुरा के लिए कुछ कर सकूं इसलिए पिछले 5 वर्षों में काफी-कुछ करने की कोशिश की लेकिन अभी बहुत कुछ करना रह गया है। उम्मीद करती हूं कि यहां की जनता मुझे वह सब भी करने का मौका देगी। मैं इस नगरी को कृष्ण काल के समान ही भव्य एवं दिव्य नगरी बनाना चाहती हूं।
पर्चा भरने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वृंदावन स्थित बांकेबिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना की। ठाकुरजी का आशीर्वाद लेकर हेमा मालिनी ने कलेक्टोरेट पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया।

उल्लेखनीय है कि हेमा मालिनी ने 16वीं लोकसभा के लिए 2014 में हुए चुनाव में तत्कालीन सांसद जयंत चौधरी को 3 लाख 30 हजार से भी अधिक मतों से शिकस्त देकर यह सीट राष्ट्रीय लोकदल से हासिल की थी। उनके खिलाफ यहां से कांग्रेस ने महेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है। सपा-बसपा के गठबंधन समर्थित राष्ट्रीय लोकदल ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख नरेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

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