मोदी का विपक्ष पर प्रहार, कहा आतंकियों के खिलाफ हमले का सबूत मांगकर सेना का मनोबल तोड़ रही कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विपक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि सीमा पार आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले को लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी दल सबूत मांगकर न केवल सेना का मनोबल तोड़ने में लगे हैं बल्कि इस मामले पर अलग सुर में बात कर पाकिस्तान को खुश भी कर रहे हैं जिसे देश कभी माफ नहीं करेगा।
मोदी ने ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ‘संकल्प रैली’ को संबोधित करते हुए कहा कि जब भारत की सक्षम सेना आतंक को कुचलने के लिए सीमा के भीतर और सीमा के पार आतंकी ठिकानों पर प्रहार करने में लगी है तो ऐसे समय में पूरे देश की आवाज हमारी सेना के हौसले बुलंद करने के लिए होनी चाहिए लेकिन कांग्रेस तथा उनके साथी ऐसा करने की बजाय ऐसी बातें कर रहे हैं जिससे दुश्मनों के चेहरे खिल रहे हैं। जब आतंक की फैक्टरी चलाने वालों के खिलाफ एक सुर और एक स्वर में बात करने की जरूरत थी तब दिल्ली में 21 पार्टियां मिलकर केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने के लिए जुटी थीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान में टीवी पर उनकी बातें और उनकी तस्वीरें दिखाई जा रही थीं जिससे वहां तालियां बज रही थीं। पूरा देश उनके इस कृत्य को कभी माफ नहीं करेगा। भारत के वीर जवानों ने जो पराक्रम दिखलाया उस पर कांग्रेस और उनके साथी संदेह कर रहे हैं। जिस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा गया था उसी तरह अब वे आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले का भी प्रमाण मांग रहे हैं।
मोदी ने कहा कि वे कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों से जानना चाहते हैं कि आखिर वे क्यों हमारे वीर जवानों का मनोबल तोड़ने में लगे हैं? वे ऐसा बयान क्यों दे रहे हैं जिससे देश के विरोधियों का फायदा हो रहा है। उन्होंने देश के लोगों से सवाल किया कि क्या ऐसे समय में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को पाकिस्तान को खुश करने वाली बात कहनी चाहिए थी? क्या उन्हें ऐसा पाप करना चाहिए था और क्या उन्हें यह शोभा देता है?
प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र में नई नीति और नई रीति की राजग सरकार है। अब नया हिन्दुस्तान नई नीति और नई रीति के साथ आगे बढ़ रहा है। भारत अपने वीर जवानों के बलिदान पर चुप बैठने वाला नहीं है। वह चुन-चुनकर हिसाब लेगा। दुनिया से कैसे बात करनी है और उसका परिणाम क्या होता है, इसको देश अच्छी तरह से अब अनुभव कर रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस का देश की सुरक्षा और शहीदों के प्रति क्या रवैया था, वह भी देश देख चुका है।
मोदी ने कहा कि हाल ही में अबू धाबी में हुए इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) के सम्मेलन में भारत को सम्मान के साथ बुलाया गया और भारत की बात सुनी गई। ऐसा 50 साल के बाद हुआ है। इस पर देश के हर लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। इन 50 सालों में ज्यादातर समय देश में कांग्रेस या उनके सहयोगी दलों की सरकार रही है, जो भारत की बुलंद आवाज ऐसे मंच पर नहीं रख पाए। इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।