नरसिंहपुर : समृद्धि योजनांतर्गत जिले के स्वैच्छिक संगठनों का एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण पीएम श्री कॉलेज ऑफ एक्सिलेंस शासकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय नरसिंहपुर में वर्चुअल हॉल में रविवार को आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण मप्र जनअभियान परिषद नरसिंहपुर के तत्वावधान में किया गया। यह प्रशिक्षण विभिन्न सत्रों के माध्यम से स्रोत व्यक्तियों द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यमंत्री श्री जालम सिंह पटेल ने ने कहा कि स्वैच्छिक संगठन सामाजिक सरोकार के विभिन्न मुद्दों पर शासन व समाज के साथ मिलकर निरंतर कार्य करते हैं। मप्र जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण उनके कार्यों में प्रमाणिकता व पारदर्शिता के साथ उनकी गुणवत्ता में निश्चित ही वृद्धि सहायक होगी। जनअभियान ऐसे सभी स्वैच्छिक संगठनों के साथ कार्य कर रही है, जो शासन व समाज के मंशानुरूप है। इसके उन्होंने जनअभियान परिषद के सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं व बधाई दी।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि श्री रामस्नेही पाठक ने बताया जनअभियान परिषद सरकार व समाज के बीच सेतु के रूप में कार्य कर रही है। सभी स्वैच्छिक संगठन की सहभागिता व समन्वय रहता है, जो प्रदेश की प्रगति में सहायक है। श्रीमती निशा सोनी ने कहा कि जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण उनकी गुणवत्ता के लिए सहायक सिद्ध होगा। श्री सुनील कोठारी ने समाज की चिंता व उनके समाधान के विषय में अपने विचार व स्वयं के सामाजिक संगठनों में कार्य करने के अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया की जल संरक्षण व संवर्धन, नशामुक्ति, स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के साथ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में स्वैच्छिक संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।
प्रशिक्षण के प्रथम सत्र में जिला समन्वयक जनअभियान परिषद श्री जयनारायण शर्मा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रस्तावना दी। उन्होंने मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के परिचय एवं संचालित योजनाओं की पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से सभी को विस्तार से बताया। द्वितीय सत्र में डॉ. गणेश कुमार सोनी ने स्वैच्छिक संगठनों की संरचना एवं प्रबंधन, तृतीय सत्र में ब्राइट लाइन सोसाइटी के डायरेक्टर श्री लक्ष्मीकांत धाकड़ ने स्वैच्छिक संगठनों का महत्वपूर्ण अधिनियमों में पंजीयन व आवश्यक दस्तावेजों का संधारण, चतुर्थ सत्र में विकासखंड प्रबंधक राष्ट्रीय आजीविका मिशन करेली श्री प्रमोद पारे ने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व- सीएसआर व उसके प्रावधानों सहित संस्थाओं की पात्रता आदि और पंचम सत्र में जिला समन्वयक श्री जयनारायण शर्मा ने ग्राम विकास की अवधारणा एवं स्वैच्छिक संगठनों की भूमिका व क्रियान्वयन के विभिन्न आयामों के अनुसार योजना निर्माण, सामाजिक अंकेक्षण व प्रभाव का आंकलन विषय पर विस्तार से बताया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। अंतिम सत्र में श्री प्रतीक दुबे, श्री धर्मेंद्र चौहान तथा श्री कुलदीप ठाकुर ने प्रतिभागियों के प्रशिक्षण का फीडबैक प्राप्त किया।
अतिथियों ने समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण – पत्रों प्रदान किये गए। प्राध्यापक डॉ. गणेश कुमार सोनी, श्री अंशुल नेमा, जिले के स्वैच्छिक, सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन विकासखंड समन्वयक गोटेगांव श्री प्रतीक दुबे व आभार श्रीमती माधवी पाठक एवं श्री धर्मेन्द्र चौहान ने व्यक्त किया।