कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने 15 अक्टूबर को उल्लास- नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत जिले में सफल क्रियान्वयन के संबंध में बैठक लेकर समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों को सौंपे गए दायित्वों की जानकारी भी प्राप्त की।
कलेक्टर ने उक्त कार्यक्रम को प्राथमिकता से लेते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन गंभीरतापूर्वक करने के निर्देश दिए। कलेक्टरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि इसका उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के असाक्षरों को पढ़ना, लिखना एवं गणित में दक्ष करना है। इस दौरान उन्होंने इसके अंतर्गत सम्मिलित किए गए बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा तथा सतत शिक्षा कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 में प्रमुखता से शामिल किए गए प्रौढ़ शिक्षा एवं जीवन पर्यन्त शिक्षा, देशव्यापी परीक्षा, वर्ष 2030 तक शत-प्रतिशत लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य तथा जिले के असाक्षरों को साक्षर किए जाने के संबंध में जानकारी दी। बैठक में राज्य शासन द्वारा निर्धारित किए गए अंतरर्विभागीय समन्वय के संबंध में भी जानकारी साझा की गई।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री अरुण कुमार मरकाम, श्रीमती अंकिता सोम, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रशांत सिंह सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।