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जशपुरनगर : सफलता की कहानी, विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा जगतपाल को मिला अपना खुद का पक्का मकान………….

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जशपुरनगर : रोटी कपड़ा और मकान जीवन की तीन सबसे मूल आवश्यकता है जिनकी पूर्ति के लिए हर व्यक्ति लगातार प्रयास करता है विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आजीविका के सीमित संसाधन होते हैं  वहां लोग अपने परिवार की बुनियादी जरूरत को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं ऐसे में यदि इनके आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शासकीय  सहायता मिल जाए तो जीवन के बड़ी परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
         मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य में निवासरत दूरस्थ अंचल के लोगों तक बुनियादी सुविधाएं के  साथ  जनकल्याणकारी योजनाओं से  पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए हैं। इन्ही योजनाओं में से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण बेसहरा और जरूरतमंद परिवारों के पक्के घर के सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
            जशपुर जिले के विकासखंड मनोरा के ग्राम पंचायत करदना में इस योजना के तहत मिले आर्थिक सहयोग से कई परिवारों के जीवन में रोशनी आई है।  जिले के सुदूर क्षेत्र में रहने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के जगतपाल झोपड़ी बनाकर निवास करते थे। जिन्हें बरसात के मौसम में  प्रतिवर्ष छत से बारिस टपकता था, सांप बिच्छू की समस्या बनी रहती थी, हर साल छत की मरम्मत करने में खर्च होती थी। लाइट की भी व्यवस्था नहीं थी।
         भारत सरकार द्वारा संचालित योजना श्री जगतपाल राम के लिए वरदान साबित हुआ। जिसके तहत पहाड़ के नीचे बस्ती छतौरी में पीएम जनमन आवास योजना के तहत  उनका पक्का आवास के साथ शौचालय बनकर तैयार है। अब वे खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ऐसे जनकल्याणकारी योजना लाने के लिए धन्यवाद दिया है।
दुलदुला विकासखंड में जय हो की टीम बाल विवाह रोकने कर रहा जागरूक
जशपुरनगर : जशपुर जिले में बाल विवाह को रोकने के व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन और यूनिसेफ, जय हो की टीम विकास खंड के हाट बाजार,बस स्टैंड, सार्वजनिक जगहों पर लोगों को बाल विवाह की रोकथाम के संबंध में जानकारी दे रहे हैं।
         इसी कड़ी में नवाचार के माध्यम से शक्तिमान बनकर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। विगत दिवस दुलदुला विकासखंड के हाट बाजार में जय हो की टीम और एन ई एस  कॉलेज के विद्यार्थियों ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गई। यूनिसेफ के जिला समन्वयक श्री तेजराम सारथी ने बताया कि आम लोगों को चर्चा कर अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा और उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
 
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पत्थलगांव में कुल 35 मोतियाबिंद मरीजों का हुआ सफल ऑपरेशन
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिले के दूरस्थ इलाकों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। हाल ही में मुख्यमंत्री के द्वारा जिले के अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित अन्य मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की गई है। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने स्वास्थ्य अधिकारियों को भी स्वास्थ्य केंद्रों के लगातार निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने हेतु निर्देशित किया  है।
             इसी कड़ी में मुख्य चिकित्सा एवं सवास्थ्य अधिकारी एवं खंड चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन में मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पत्थलगांव में कुल 35 मोतियाबिंद मरीजों के आंखों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन नेत्र रोग विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय अम्बिकापुर डॉ. रजत टोप्पो एवं डॉ. अनिता मिंज नेत्र रोग विशेषज्ञ सीएच सी पत्थलगांव के द्वारा किया गया। ऑपरेशन में  नेत्र विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग रहा।
सफलता की कहानी
लखपति दीदी बनकर विशेष पिछड़ी जनजाति की लीलावती बाई अपने समुदाय के लिए बनी प्ररेणा
जशपुरनगर : लखपति दीदी के नाम से अपनी पहचान बनाने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा समुदाय की लीलावती बाई आज अपने क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बन गई है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़ने से पहले लीलावती की आय सिमित थी। इससे बमुश्किल ही उनका गुजारा हो पाता था। बिहान से जुड़ने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आना शुरू हो गया। आज वह खुश होकर बताती है कि अब वह अपनी जरूरतों को पूरा कर पा रही है।
          जिले के बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत कुटमा जहाँ मुख्य रूप से विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग रहते हैं। यहां की निवासी लीलावती बाई का प्रमुख आजीविका का स्रोत कृषि और मजदूरी था। उनकी आय इतनी नहीं थी कि वे अपने परिवार की आवश्यकताओं को ठीक से पूरा कर सकें। उनकी स्थिति में बदलाव आना तब शुरू हुआ जब वह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान योजना) के अंतर्गत उन्हें एक स्व-सहायता समूह मीनू लक्ष्मी स्व सहायता समूह से जोड़ा गया। इस मिशन के माध्यम से उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। लीलावती बाई ने अपने समूह के साथ मिलकर दोना-पत्तल निर्माण का कार्य शुरू किया। उन्हें शुरुआत में योजना के अंतर्गत 15,000 रुपये की रिवॉल्विंग फंड राशि और 60,000 रुपये की सामुदायिक निवेश कोष राशि मिली। इसके बाद, मार्च 2022 में उन्हें बैंक लिंकेज के माध्यम से 2 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हुई। जिससे उन्होंने दोना-पत्तल निर्माण के लिए मशीन खरीदी और इसका प्रशिक्षण लिया।
         अब लीलावती बाई दोना-पत्तल निर्माण के व्यवसाय से 65,000 रुपये से अधिक की वार्षिक आय अर्जित कर रही हैं। इसके अलावा, वे कृषि कार्य और लघु वनोपज के संग्रह एवं विक्रय से भी लगभग 40,000 रुपये कमाती हैं। आज वह अपनी कमाई से प्रसन्न है और बताती है कि बिहान योजना ने उनकी जिंदगी बदल दी। आज वह अपने समुदाय के लिए प्रेरणादायी भी बन गई है।
 
प्राकृतिक आपदा में जनहानि के एक मामले में प्रभावित परिजन हेतु 04 लाख की राशि स्वीकृत
जशपुरनगर : कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने प्राकृतिक आपदा में जनहानि के एक मामले में प्रभावित परिजन को आर.बी.सी. 6-4 के तहत् 04 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि की स्वीकृत दी है। सन्ना तहसील अंतर्गत ग्राम पण्डरापाठ निवासी सोहरा राम का डेम के पानी में डुबने से 26 मई 2024 को मृत्यु हो गई। मृतक के निकटतम वारिस उनके पत्नी दिनेश्वरी बाई हेतु 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।
जिले में 01 जून से अब तक 1069.2 मिमी वर्षा
जशपुरनगर : जशपुर जिले में 01 जून से अब तक 1069.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले में बीते 10 वर्षाे की तुलना में 01 जून से आज तक औसत वर्षा 1081.4 मिमी हुई है। बीते दिवस जिले में 1.2 मिमी वर्षा हुई है।
     भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार
01 जून से अब तक तहसील जशपुर में 938.6 मिमी, मनोरा में 1453.4 मिमी, कुनकुरी में 1477.8 मिमी, दुलदुला में 923.1 मिमी, फरसाबहार में 636.2 मिमी, बगीचा में 1288.1 मिमी, कांसाबेल में 887.0 मिमी, पत्थलगॉव में 983.1 मिमी, सन्ना में 1311.9 मिमी एवं बागबहार में 792.8 वर्षा हो चुकी है। सर्वाधिक वर्षा कुनकुरी तहसील में दर्ज  
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से कर्नाटक से पहुंचा मृतक संजय का शव
सीएम कैंप कार्यालय ने की त्वरित कार्यवाही, हवाई जहाज से हुआ शव का परिवहन
परिजनों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
जशपुरनगर : कर्नाटक के मंगलुरु में बोट से गिरने के कारण से हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में तपकरा  के ग्राम सूंडरु निवासी संजय की मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने त्वरित पहल करते हुए जिला प्रशासन को निर्देशित किया।  जिसके बाद जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाई और शव को उनके गृह स्थान सूंडरु पहुंचाया गया। मृतक संजय के परिजनों ने दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया से मदद मांगी थी।
हवाई जहाज से हुआ शव का परिवहन
           मंगलुरु थाना साउथ पुलिस स्टेशन, जिला दक्षिण कन्नड़ में संजय की मृत्यु के बाद उनका शव को हवाई जहाज के माध्यम से कल शाम रांची लाया गया। इसके बाद 1099 मुक्तांजलि शव वाहन की मदद से मृतक संजय का शव उनके घर आज सुबह 5 बजे  सूंडरु पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय के प्रयासों से मिला परिजनों को सहारा
          इस कठिन समय में मुख्यमंत्री साय की मदद से परिजनों को संबल मिला। जिला प्रशासन की तत्परता और मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन की सराहना करते हुए परिजनों ने आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की इस पहल से साबित होता है कि वे हर नागरिक के दुख-दर्द में सहभागी बनने और आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए तत्पर हैं।
चुरीलकोना निवासी श्रीमती बिफनी बाई पूर्ण स्वस्थ है
गांव में सड़क निर्माण के लिए 12 लाख रूपये स्वीकृत 
जशपुरनगर : एसडीएम बगीचा ने बताया कि तहसीलदार सन्ना, सीईओ जनपद पंचायत बगीचा एवं बीएमओ बगीचा से प्राप्त जानकारी अनुसार तहसील सन्ना के ग्राम छिछली अ के टोला चुरीलकोना की निवासी श्रीमती बिफनी बाई उम्र 70 वर्ष वर्तमान में पूर्ण स्वस्थ है।
          बीएमओ डॉ. सुनील लकड़ा के द्वारा दी गई जानकारी से ज्ञात हुआ कि कुछ लोगों मात्र शुटिंग के लिए श्रीमती बिफनी बाई के रिश्तेदार शिवा, इचु और बेटा देवसाय द्वारा गांव में ही कांवड में घुमाया गया है। उक्त महिला को उपस्वास्थ्य केन्द्र मरंगी ईलाज हेतु नहीं ले जाया गया है। सीएचओ कुमारी प्रियंका एवं सीएचओ कुमारी सुमन द्वारा 14 एवं 16 सितम्बर 2024 को ग्राम में जार वृद्ध महिला का ईलाज किया गया था।
           घटना तहसील सन्ना के ग्राम पंचायत छिछली अ ग्राम चुरीलकोना की बतायी गई। ग्राम चुरीलकोना की श्रीमती बिफनी बाई उम्र 70 वर्ष को अधिक उम्र के कारण बीपी एवं शुगर की समस्या है। उक्त महिला की 14 सितम्बर 2024 को सीएचओ कुमारी प्रियंका एवं सीएचओ कुमारी सुमन के द्वारा जांच की गई। बुढापे के कारण सुगर थोड़ा बढा हुआ था एवं पेट में गैस बनने की शिकायत पायी गई थी। बीपी 130/80 सामान्य पाया गया था। 16 सितम्बर 2024 में पुनः दोनो स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा फालोअप किया गया था तथा मल्टीविटामिन का सिरप पीने के लिए दिया गया था। ग्राम में कोई महामारी नहीं फैली है। दिहाड़ी कोरवा के 15 परिवार निवासरत हैं। जिनकी जनसंख्या लगभग 98 है। ग्राम चुरीलकोना उप स्वास्थ्य केन्द्र मरंगी से लगभग 04 किमी. दूर स्थित है।
          मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बगीचा से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम चुरीलकोना में सड़क निर्माण के लिए 12 लाख रूपये की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। मनरेगा का कार्य बरसात होने के कारण बंद है। 15 अक्टुबर के बाद सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ करा दिया जायेगा। जिससे ग्राम वासियों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
      जनपद सीईओ बगीचा से ने बताया कि उक्त वृद्धा 08 अक्टूबर 2024 को गॉव में नहीं थी, अपितु जंगल लकड़ी बिनने गई थी। वर्तमान में वृद्धा श्रीमती बिफनी बाई झारखंड में ग्राम टांगीनाथ तीर्थस्थल गई है, इससे स्पष्ट है, वर्तमान में पूर्णतः स्वस्थ है, इसकी पुष्टि बी.एम.ओ बगीचा के द्वारा भी की गई है।

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