जिला सूरजपुर में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा किसी भी विद्यालय को बिना जगह देखे व बिना जांच किये मान्यता दे रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, चंद पैसों के लिए जिला शिक्षा अधिकारी बिना जांच किये मान्यता दे दिये है। जिसमें एक ही कमरा है और पहली से लेकर आंठवी तक के बच्चे पढ़ रहे है। ऐसे सूरजपुर क्षेत्र में जांच के दौरान बहुत से विद्यालय पाये जा सकते है। जो कि एक ही कमरा में दो-तीन कक्षा के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।
अब सोचने वाली बात है कि, एक ही कमरा और आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाना कहां तक सही है ? विद्यालय संचालक बच्चों को कांची हाउस की तरह एक ही कमरा में भर देते है। यह जांच का विषय है कि, जिला शिक्षा अधिकारी ऐसे विद्यालयों को जांच कर मान्यता न दें, साथ ही जो मान्यता दी गयी है उसे समाप्त करें।