नरसिंहपुर : शासकीय हाई स्कूल निमावर के नवाचारी प्राथमिक शिक्षक संजय श्रीवास्तव बताते है कि उनकी नियुक्ति 14 अगस्त 2023 को प्राथमिक शिक्षक के रूप में शासकीय हाई स्कूल निमावर में हुई। सर्वप्रथम विद्यालय पहुँचकर उन्होंने विद्यार्थियों में विभिन्न कार्यों के प्रति अस्वच्छता, अरुचि, घबराहट, शैक्षिक कार्य हेतु निष्क्रियता को पाया। वे विद्यार्थियों से मित्रवत रूप में घुले- मिले और उनको जाना। तत्पश्चात शिक्षक श्रीवास्तव ने पाया कि ये विद्यार्थी अपने जीवन में बहुत कुछ प्राप्त कर सकते हैं, यदि उन्हें उचित मार्गदर्शन मिल जाये।
उन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान पूर्ण मनोभाव से, खेल- खेल में, सक्रिय गतिविधि के साथ शैक्षिक कार्यों के अतिरिक्त अन्य कार्यों को भी छात्रहित में शामिल किया। स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता पर स्वरचित कविता- ‘तन स्वस्थ और मन स्वस्थ’ का छात्रों के साथ गायन, शाला में उचित कचरा प्रबंधन न होने के कारण डस्टबिन निशुल्क भेंट किये जिससे कचरा- प्रबंधन में सुधार हुआ।
बसंत पंचमी के अवसर पर मेरा विद्यालय- आनंद घर की परिकल्पना से बच्चों में विभिन्न टीएलएम सामग्री स्वयं द्वारा बनाकर प्रेषित की जिससे सीखना अधिक रोचक, सरल व आकर्षक हुआ। विद्यार्थी प्रतिदिन स्कूल नहीं आते थे, यह एक मुख्य चुनौती थी, तो उन्हें आवश्यक शैक्षिक सामग्री निशुल्क वितरित करके शाला आने के लिए प्रेरित किया। कुछ विशेष छात्र जो स्कूल नहीं आते थे उनके घर स्वयं जाकर बार- बार संपर्क किया व उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा।
मिले नवाचार के परिणाम
आज सभी विद्यार्थी खुद अपने मन से शाला आते हैं व आनंदित होकर सीखते हैं। बसंत पंचमी पर स्कूल सहायता कोष की स्थापना की, जिसमें शिक्षक, गणमान्य, छात्र जनप्रतिनिधि आदि सभी स्वेच्छा से सहायता कर सकते हैं जिसका उपयोग विद्यार्थियों के शैक्षिक गुणवत्ता में निरंतर सुधार लाने हेतु किया जाएगा। कबाड़ से जुगाड़- हमने अपनी शाला में पुरानी खराब गोदरेज को ठीक कर, पेन्ट करके सजावट कर एक आकर्षक पुस्तकालय का निर्माण किया, जिसका नाम आनंद पुस्तकालय रखा गया।
विगत वर्ष स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर 2 दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया जिसमें विद्यार्थियों की सक्रिय रुचि प्राप्त हुई। उन्होंने शैक्षिक कार्य के अतिरिक्त, पृथक से हर बुधवार एक घंटे साप्ताहिक योग शिविर का आयोजन छात्रहित में करना प्रारंभ किया। योग को स्वयं व विद्यार्थी जीवन में पूर्णमनोयोग से उतारने का प्रयास जारी हैं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए मुख्य जोर वृक्षारोपण पर भी रहा जिसमें छात्रों के साथ समय- समय पर पौधारोपण व उनका प्राथमिक संरक्षण का कार्य भी किया जा रहा है।
विद्यालय के अन्य छात्र जो कि अन्य प्रतिभा के धनी है उन्हें जानकर उनके रुचिपूर्वक खेल, चित्रकला आदि में मार्गदर्शन दिया व समय- समय पर उन्हें पुरुस्कृत भी किया। विभाग द्वारा अन्य कार्यों जैसे- सीज परीक्षा का जनशिक्षा केंद्र स्तर पर अतिरिक्त कार्य भी दिया गया जिसे पूर्णमनोयोग से किया। परिणाम, एसईएएस परीक्षा में सभी शालाओं के विद्यार्थियों की उपस्थिति भी 97 प्रतिशत रहीं। एसईएएस परीक्षा के लिए भी स्वरचित कविता ‘राज्य शैक्षिक उपलब्धि सर्वेक्षण-2023’ का विमोचन शासकीय बालक शाला तूमड़ा एवं अन्य शालाओं के विद्यार्थियों के मध्य किया गया।
इन सभी नवाचारों में स्कूल के सभी शिक्षकों द्वारा समय- समय पर सहयोग प्रदान होता रहता हैं। उन्होंने इन छात्रों में ‘छोटी उम्र- बड़े इरादें’ की कल्पना को महसूस किया हैं। जिसका परिणाम छात्रों हेतु एक बाल उपयोगी लेख चयनित होकर बाल उमंग पत्रिका में प्रकाशित हुआ।