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बलरामपुर : क्या कृषि विभाग में किसानों के हक का धान बीज मार्केट में बेचा गया ?……………

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जिला मुख्यालय बलरामपुर में शासन द्वारा किसानों के लिए धान बीज भेजा गया था, परंतु बताया जा रहा है कि, कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा पंचायतों एवं ब्लाॅकों में धान बीज नहीं भेजा गया। जानकार सूत्र बताते है कि, इस बीजा को बाजार में बिकवाने में उप संचालक व बाबूओं का पूरा सहयोग बताया जा रहा है। ये किसके इशारे पर किसानों के हक का धान बीज मार्केट में बिक्री करवाया गया ? इस संबंध को लेकर वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र की टीम जांच कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार, बाबू व सहायक संचालक के द्वारा कहा जा रहा है कि, हमारे जिले के ब्लाक पत्रकारों को हम पैसा देते है तो हमें ये काम मजबूरी में करना पड़ता है। ताकि पत्रकार विभाग की जानकारी आम जनता के समक्ष बखान करें। ऐसे सहायक संचालक व बाबू के द्वारा बीजा बेचने के कृत्यों को लेकर जोरो-शोरो से चर्चा चल रही है। लोगों द्वारा बताया जाता है कि, कृषि विभाग में आज से नही पूर्व से ही बीज बेचने का कार्य चल रहा है।

अब देखना यह है कि, क्या बलरामपुर के कलेक्टर महोदय द्वारा इसका जांच करायेंगे कि, किस-किस पंचायतों एवं किस-किस ब्लाक में धान बीज बांटा गया है और कहां नहीं ? अगर नहीं बांटा गया है तो उप संचालक के ऊपर कार्यवाही होना निश्चित है।

जानकार सूत्र बताते है कि, पूर्व में भी एक जल संसाधन विभाग से करोड़ों का घोटाला किया गया था जिसमें अपने को पत्रकार बतलाने वाले लोकल पत्रकार द्वारा पूरी कहानी को दबा दिया गया और पत्रकारों के साथ मिलकर उस पैसों का बंदरबांट कर लिया गया था। जिसको वशिष्ठ टाइम्स समाचार में अपने विवेेक और सूत्रों से प्रकाशित किया गया, जिसके बाद वह अधिकारी निलंबित हो गया।

बता दें कि, किसी भी अधिकारी के पास जाये तो वह अधिकारी सबसे पहले यह पुछता है कि, आप लोकल है या बाहर से। क्योंकि अधिकारी लोकल पत्रकारों को ध्यान देते है। किसी भी अधिकारी को ये नहीं देखना चाहिए कि, लोकल पत्रकार है या बाहर का। पत्रकार चाहे लोकल हो या अपने जिले से बाहर का। संपादक हिन्दुस्तान में जहां चाहे वहां जाकर जांच प्रताल व पुछ-परख कर सकते है। जो कि अधिकारी ये पुछता है कि, आप लोकल है या बाहर सेे। तो उस अधिकारी को अनभिज्ञ माना जाये। अधिकारियों को मालूम होना चाहिए कि, संवादाता व संपादक में कितना फर्क है।

वही चर्चा का विषय बन गया है कि, बलरामपुर कृषि विभाग में किसानों के हक का आया हुआ बीज को ऊंचे दामों में बेच दिया जा रहा है। इसकी और भी जांच होना बाकी है जांच होने के बाद आगे प्रकाशित किया जायेंगा।

 

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