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बैकुण्ठपुर/कोरिया : भाग्य है या दूभाग्य ?………………

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बैकुण्ठपुर जिला-कोरिया में पूर्व से ही विधायक दलालों और चापलूसों के बीच में थे, जिससे परेशान व तंग होकर आम जनता ने बदलने की रूप-रेखा रखी। तथा विधायक को अपने शक्ति का उपयोग करके बताया। इसी प्रकार बैकुण्ठपुर में माननीय वर्तमान विधायक जी के साथ वहीं कांग्रेसी लोग चापलूस होकर महोदय जी से सटे हुए है। बताया जाता है कि, गुलाब कमरो के साथ रहने वाला एक व्यक्ति ने बैकुण्ठपुर में खुब तानाशाही दिखाया, अब उसका परिवार विधायक जी से चिपका हुआ है।

लोगों में चर्चा है कि, विधायक महोदय जी ने अगला चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। इसलिए दलाल खोल कर लूटने में लगे हुए हैं। जानकार सूत्र बताते है कि, पूर्व में एक मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति महोदय जी के साथ व नाम से करोड़ों रूपये वसूला है। आज वही व्यक्ति उनके नाम से चिढ़ता है। जब पूर्व में वर्तमान विधायक हार चुके थे तब सभी लोग किनारे हो चुके थे, यहां तक कि लोग उल-जलूज बयान भी देते थे आज वही कांग्रेसी महोदय जी के साथ है।

जानकार सूत्र बताते है कि, विधायक जी ईमानदार व्यक्ति के लिए तत्पर नहीं है। जिसका जीता-जागता प्रमाण वशिष्ठ टाइम्स कार्यालय में है जिसकी प्रतिलिपि श्रीमान् सरगुजा आयुक्त जी को भी भेजा दिया गया है। यहां तक कि, राज्य शासन को भी जो सूचना विधायक जी को दी गयी थी उस काम के लिए भी महोदय जी नाकाम रहे। इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी एवं राजस्व मंत्री टंकराम बर्मा जी को भी काॅपी उपलब्ध कराया गया है। जानकार सूत्र बताते है कि, विधायक जी को लोगों द्वारा बताया गया है कि, तहसील में बाबूओं, आर.आई. और तहसीलदार द्वारा पैसा लोगों से मांगा जाता है और बिना पैसे के कोई काम नहीं होता। जिसको बार-बार समाचार भी लिखा गया है परंतु तहसीलदार जी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। और विधायक जी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है।

वही लोगों द्वारा कहना है कि, जब सही और ईमानदारी का काम करने के लिए प्रशासन को मार्गदर्शन नहीं दे सकते, तो जनता के प्रतिनिधि का कार्य आम जनता के लिए क्या उपयोग होगें ? जिन लोगों ने विधायक जी के लिए चुनाव में पूरा तन-मन-धन से सेवा किया, आज उसी व्यक्ति के काम को नहीं कराया जा रहा है। इससे प्रतीत होता है कि, आने वाला भविष्य में और पांच साल जनता को झेलने के लिए तत्पर रहना पड़ेगा। जब समय आता है तब अच्छे-अच्छे नेता नतमस्तक हो जाते है। समय निकलने के बाद जनता को आग दिखाना चालू कर देते है। पूर्व में विधायक खेल मंत्री रहे थे तब जनता के प्रति सेवा भाव था। उसी की भावना को देखते हुए जनता ने पूरा सहयोग किया। अब जनता में चर्चा का विषय बन गया है कि, वर्तमान विधायक चापलूसों के बीच में फंसे हुए है।

बताया जा रहा है कि, विधायक जी को किसी पार्टी से कोई मतलब नहीं अब अपने स्वार्थ से संबंध है। बैकुण्ठपुर ही नहीं आप सूरजपुर या अन्य जिलों में भी विधायकों का कृत्य देख सकते है जीतने के बाद व्यवहार जनता के प्रति सही नहीं रखते। अब जनता सत्ताधारियों का विरोध भी तो नहीं कर सकते। एक कहावता ‘‘जनता का एक बार पैर पड़ना और पांच साल तक जनता से पैर पड़वना’’ वह अब साबित हो रहा है। ये समाचार बैकुण्ठपुर प्रशासन से पीड़ित होकर जनता के विचारधाराओं को लेकर चर्चा में है।

 

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