Home नरसिंहपुर नरसिंहपुर : डेंगू प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना…………

नरसिंहपुर : डेंगू प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना…………

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नरसिंहपुर :  डेंगू निरोधक माह जुलाई- 2024 के अंतर्गत डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया के प्रति जन- जागरूकता के उद्देश्य से डेंगू प्रचार रथ को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश बोहरे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान कार्यालय चिकित्सालय का स्टाफ और अन्य कर्मचारी मौजूद थे।

      उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष जुलाई माह को डेंगू निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है। मानसून के प्रारंभ के साथ ही मच्छरो के उत्पत्ति स्थल बढ़ जाने के कारण डेंगू एवं अन्य वाहक जनित रोग जन्य परिस्थितियां निर्मित हो जाती है। मच्छर जन्य रोग डेंगू एवं चिकुनगुनिया के प्रति जनजागरूकता के लिए जुलाई माह को डेंगू निरोधक माह के रूप में मनाया जाता है। सम्पूर्ण माह में मच्छरों की पैदावार एवं डेंगू तथा अन्य वाहक जनित रोगों की रोकथाम के लिए प्रचार- प्रसार किया जाता है।

      जिले में डेंगू माह के दौरान विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसमें अंतरविभागीय एडवोकेसी कार्यशाला, यथा सेक्टर एवं पंचायत स्तर पर एडवोकेसी सत्र आयोजित किये जा रहे हैं। इनमें ग्राम स्वास्थ्य एवं तदर्थ समिति की बैठक आयोजित कर मच्छर जन्य परिस्थितियों के उन्मूलन के लिए प्रयास किये जायेंगे। साथ ही डेंगू, मलेरिया चिकुनगुनिया नियंत्रण के लिए वृहद प्रचार- प्रसार कर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

      यह प्रचार रथ जिले की सभी 6 विकासखंडों के प्रमुख हाट बाजारों एवं डेंगू प्रभावित ग्रामों में डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया एवं अन्य वाहक जनित रोगों के प्रति प्रचार- प्रसार करेगा। डेंगू, चिकुनगुनिया के वाहक एडीज मच्छर साफ पानी में पैदा होता है, अत: इसकी पैदावार को रोकने के लिए उपाय करने संबंधी संदेश देगा।

       जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि सभी पानी की टंकियों को ढक कर रखें तथा इनमें मच्छर का प्रवेश न होने दे। सभी कंटेनर, कूलर, पक्षी के पानी पीने का बर्तन, फूलदार, गमलों, मनीप्लांट आदि को सप्ताह में एक बार अवश्य खाली कर सूखा कर पुन: उपयोग में लें। शौचालय की टंकी, मटका आदि की नियमित सफाई की जाये। छत पर रखे सामान, टायर, अनुपयोगी वस्तुओं को नष्ट कर दे या इनमें बरसात का पानी जमा न होने दे, ताकि इसमें एडीज मच्छर के लार्वा की उत्पत्ति रोकी जा सके। नालियों, गटर एवं छत पर जमा पानी की निकासी सुनिश्चित करें, ताकि नालियों, गटर में जमा हुआ पानी में जला ऑयल या केरोसीन डालें। व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए पूरी बांह के कपड़े पहने, मच्छर प्रतिकर्षक क्रीम, क्वाईल, सायंकाल नीम की पत्ती का धुआं तथा मच्छरदानी का उपयोग कर मच्छर के काटने से बचने के लिए उपाय किये जा सकते हैं।

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