नरसिंहपुर : जिला चिकित्सालय नरसिंहपुर के ओएसटी केन्द्र में जिला न्यायाधीश एवं सचिव विधिक सहायता प्राधिकरण श्री वैभव सक्सेना के मुख्य आतिथ्य में अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश एवं सचिव विधिक सहायता प्राधिकरण ने मार्गदर्शी उद्बोधन में सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि बुद्ध देव एवं अन्य ऐसे प्रकरणों में सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसलों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि हाईरिस्क ग्रुप जैसे सेक्स वर्कर, एमएसएम आदि के साथ किसी भी प्रकार का कोई भी भेदभाव उत्पीड़न करना गैर कानूनी है। इस प्रकार के प्रकरणों में किसी भी शिकायत पर उक्त समूह के लोग सीधे विधिक सहायता से संपर्क कर सकते हैं। उन्हें नि:शुल्क रूप से हर संभव कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।
नोडल ऑफीसर एवं जिला क्षय अधिकारी डॉ. विनय ठाकुर ने कहा कि समाज में इस पहल की आवश्यकता है कि नशा मुक्त युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ते हुए उनका पुर्नवास किया जाये। इंजेक्शन से नशा करने वाले समूह में से उन युवाओं के पुर्नवास, जिन्होंने अपना इलाज पूरा करते हुये नशामुक्त हो चुके है, को रोजगार दिलाने के लिये जनजागृति लाई जाये।
सीएसओ डॉ. राजेश झारिया ने कहा कि शासन की मंशा अनुरूप सभी के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए एवं सभी के बीच की समस्याओं के समाधान के लिए जिला कम्युनिटी रिर्सोस ग्रुप (सीआरजी) कमेटी का गठन किया जा रहा है। यह कमेटी सभी की समस्याओं के समाधान एवं चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों व सेवाओं के बेहतर संचालन के लिए सहमति से गठित की जा रही है। उक्त समिति में अध्यक्ष कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले, उपाध्यक्ष एचआरजी का प्रतिनिधि एवं सचिव नोडल अधिकारी जिला एड्स नियंत्रण समिति होंगे। कार्यक्रम का संचालन श्री प्रशांत सोनी और आभार श्री नीरज पाटकार ने किया।