नरसिंहपुर : खाद्यान्न के आयात से मुक्ति एवं आत्मनिर्भरता के संकल्प को कृषि के क्षेत्र में सही खाद पहुंचाने के उद्देश्य से जिले के सहकारिता एवं अधिकारियों की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन सावित्री सिग्नेचर होटल नरसिंहपुर में कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यह संयुक्त कार्यशाला इंडियन फारमर्स फर्जिलाईजर्स को-ऑपरेटिव लिमिटेड- इफको के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण में राज्य विपणन प्रबंधक, इफको मप्र के श्री प्रकाश पाटीदार, उप संचालक कृषि श्री यूके कटहरे, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक नरसिंहपुर के महाप्रबंधक श्री डीके राय, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विशाल मेश्राम, जिला विपणन अधिकारी नरसिंहपुर श्री एमएल कुसरे, उपायुक्त सहकारिता नरसिंहपुर श्री राजेन्द्र सिंह मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने कहा कि दोनों विभागों का प्रमुख कर्त्तव्य है कि वे भारत में कृषि के नये तरीकों के क्रियान्वयन में इस कार्य को प्रशासनिक तरीके से नहीं इसे खुद की जिम्मेदारी समझकर कार्य करना होगा। समिति को खाद का लक्ष्य निर्धारित करने के लिए योजना तैयार करें। किसानों से सतत सम्पर्क कर प्रकृति को संरक्षित करने के लिए प्रयास करें। प्राकृतिक रूप से कृषि कार्य करने के लिए किसानों को प्रेरित करें।
कार्यशाला में इफको के क्षेत्र में कलेक्टर सहकारिता समिति गाडरवारा को प्रथम, सहकारिता समिति चारगांव को द्वितीय एवं सहकारिता रम्पुरा- तेंदूखेड़ा को तृतीय पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यशाला में इफको राज्य विपदान प्रबंधक ने बताया कि नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया नैनो टेक्नोलॉजी तकनीक पर आधारित उर्वरक है। इसमें तत्व पार्टिकल साइज में रहते हैं और इनकी एक बोतल एक बोरी डीएपी और एक बोरी यूरिया के बराबर काम करती है उक्त उर्वरक के कण इतने छोटे होते हैं की स्प्रे करने पर आसानी से पौधों के अंदर प्रवेश कर जाते हैं।
डीजीएम श्री आर के मिश्रा ने बताया कि नैनो डीएपी किसानों के लिए अधिक लाभदायक है। इसकी प्रयोग विधि, बीजोपचार, जड़़/ बंद उपचार, फसलों पर छिड़काव आदि के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. ओम शरण तिवारी ने बताया कि इफको के नैनो जिंक एवं नैनो कॉपर से खेती में उक्त तत्वों की कमी भी कुशलता पूर्वक दूर की जा सकती है। डॉ. विशाल मेश्राम ने विस्तार रूप से संतुलित उर्वरक के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया। उप संचालक कृषि श्री यूके कटहरे ने नैनो उर्वरकों से होने वाले फायदे एवं आधुनिक कृषि में उसके महत्व के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी साझा की। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय अधिकारी उफको श्री अजय प्रताप सिंह राजपूत ने किया।