जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर पुराने मार्गदर्शन रोड में भू-माफियों ने डेढ़ एकड जमीन खरीदी। जानकार सूत्र बताते है कि, बालमिकी मिश्रा का सुपुत्र भी सम्मिलित बताया जा रहा है। भू-माफिया जो कि दर्जन के हिसाब से संगठन बनाकर कार्य कर रहे है। जिसमें भू-माफिया में एक दलाल भी है।
जानकार सूत्र बताते है कि, जो जमीन खरीदी गयी है उसमें कुछ हरे-भरे पेड़ो में हर्र के पेड़ भी थे जिसको रजिस्ट्री में दर्शाया नहीं गया और हरे-भरे पेड़ आशोक विश्वकर्मा द्वारा आरा से काट कर अपने आरा मिल में ले गया। क्या प्रशासन द्वारा ऐसे हरे-भरे पेड़ काटने के लिए आरा मिल को परमिशन दी गयी है ?
जानकार सूत्र बताते है कि, पूर्व में एक व्यक्ति का बालमिकी द्वारा जमीन की हेरा-फेरी करने पर उनका ट्रांसफर कांकेर-बस्तर किया गया था। कुछ ही दिनों बाद सांठ-गांठ करके वह मनेन्द्रगढ़ आ गया था। आज बैकुण्ठपुर में पूरा जमीनों की हेरा-फेरी करने में महारथी हासिल कर ली है। जिनकी वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र में पैसा लेते-देते समाचार प्रकाशित किया गया था। परंतु बैकुण्ठपुर कलेक्टर महोदय ने कोई भी कार्यवाही नहीं की। समझ में नहीं आता क्या कारण था ? क्या बालमिकी मिश्रा अपने लड़के को बैकुण्ठपुर की पूरी जमीनों की हेरा-फेरी करके अरबपति बनाना चाहते है ? इस संबंध में संभाग आयुक्त अम्बिकापुर श्रीमान् मुख्यमंत्री रायपुर को अवगत कराया गया है कि, लगभग दस हरे-भरे वृक्षो की बली इनके द्वारा दे दी गयी है। सोचने वाली बात है कि, यह किसके इशारे पर ?