बोरिंग खनन के परमिशन के नाम से उड़ रही हैं धज्जियां
जिला-कोरिया में कलेक्टर के नाम से, बोरिंग में आम जनता से हो रही है लुट, बोरिंग कराने वाले व्यक्ति से बोरिंग करने वाले के द्वारा कहा जाता है, की कलेक्टर द्वारा बोरिंग खनन में बैन लगी हुई है, बड़े मजे की बात यह है की बोरिंग करने वाले व्यक्ति के द्वारा कलेक्टर के परमिशन के नाम से 5000 रू. कमीशन के नाम से लिया जाता है और एक 3000रू. के केसिंग पाईप का मुल्य 9000 रू. ले लिया जाता है, इससे उनको शुद्ध 6000 रू. का फायदा होता है, और भोली भाली जनता को चुना लगा देतें हैं, और चाहे 150 फुट में पानी आ जाए लेकिन वे लोग 400 फुट बताकर आम जनता से पैसा एैंठते हैं, इसी प्रकार पुरे कोरिया जिला में दलाल व एजेंट मिलेगें, क्योंकि एक बोरिंग कितना भी कम किया जाए लेकिन 20000 से कम नहीं बचता, और दलाल बात ऐसे करते हैं जैसे सतयुग का रावण हो, अभी देखने को यह मिलेगा की जितने भ्रष्ट और चापलुसी लोग हैं वे सब नेताओं के पास ऐसे गुलाटी मारते हैं जैसे बंदर इस पेड़ से उस पेड़ पर छलांग मारता है, वही हिंसाब है की बना तो मेरा बिगड़़़ा तो तेरा, अब देखा यह जा रहा है की छल कपट वाले पूर्व के पाले को छोड़कर नए पाले के लिए रास्ता पकड़ लिए हैं, क्योंकि गलत कार्य करने वाले को ही नेता चाहीए, प्रशासन ऐसे जनता को भ्रमित करने वाले व गलत कार्य करने वालों के ऊपर विशेष ध्यान दें।