बैतूल : आमला विकासखंड में आने वाले ग्राम छावल में आदि शक्ति मां रेणुका का ऐसा एक अनोखा मन्दिर स्थित है, जहां मां रेणुका तीन बार रूप बदलती हैं। जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर छावल गांव में स्थित मां रेणुका का मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। छोटी सी पहाड़ी पर बने इस मन्दिर में मां रेणुका की अनोखी प्रतिमा है। मान्यता है कि यहां स्थित मन्दिर में एक दिन में देवी तीन रूप बदलती हैं। मां रेणुका धाम में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालुओं का आना-जाना रहता है। जबकि शारदीय एवं चैत्र नवरात्र में यहां रोजाना हजारों की तादात में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां नवरात्र में बड़ा मेला भी आयोजित होता है। मन्नत पूरी होने पर यहां नीम गाड़ा खींचने की परंपरा भी है। मान्यता है कि हर पहर में मां अपने तीन स्वरूप में दर्शन देती हैं। भोर होते ही नन्हीं बालिका का स्वरूप, तो दोपहर में युवती स्वरूप में मां के चेहरे का तेज बढ़ जाता है और शाम को माँ रेणुका ममतामयी, सौम्य, करुणा भरे रूप में दिखाई देती हैं। नवरात्र में दूर- दूर से श्रद्धालु माता के दरबार के पास अखण्ड ज्योति प्रज्जवलित करने आते हैं।