नरसिंहपुर, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा अनुसार मध्यप्रदेश मिलेट्स “श्री अन्न” को बढ़ावा देने में आगे है। आयरन और विटामिन से भरपूर मध्यप्रदेश के गेहूँ और मिलेट्स के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस क्रम में एम्स भोपाल में भी मरीजों के लिए तैयार किए जाने वाले भोजन में मिलेट्स को शामिल करने की पहल हुई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश का तेजस या कठिया गेहूँ, कई राज्यों में जाता है। शक्ति वर्धक है, पास्ता बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में इसकी विशेष माँग है। हाल ही में इन्दौर में G-20 की कृषि समूह की बैठक में भी प्रतिभागियों को मिलेट्स परोसे गए हैं। अनुसंधान में यह निष्कर्ष निकला है कि मधुमेह, मोटापा, रक्तचाप आदि समस्याओं को नियंत्रित करने में मोटे अनाजों का विशेष महत्व है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 18 फरवरी को 12 चीते छोड़े जाएंगे। पूर्व में छोड़े गए चीते स्वस्थ हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भारत से दशकों पहले विलुप्त चीतों के पुनर्स्थापन की पहल की। इसी पहल के जरिये मध्यप्रदेश को देश का चीता स्टेट बनने का गौरव हासिल हुआ है। इससे मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र की अर्थ-व्यवस्था में परिवर्तन आ रहा है। इस क्षेत्र का अधो-संरचनात्मक विकास हो रहा है। पर्यटकों के लिए सुविधाएँ बढ़ाई जा रही हैं। श्योपुर जिले में चीता-मित्र भी बनाए गए हैं, जिन्होंने चीतों की रक्षा का संकल्प लिया है। प्रयास यह है कि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ें। चीतों का परिवार बढ़ता रहे और इन गतिविधियों का लाभ मनुष्य को भी प्राप्त हो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन में रिकार्ड 21 लाख दीपक के प्रज्ज्वलन का अद्भुत “शिव ज्योति अर्पणम” हो रहा है। उज्जैन में 18 फरवरी को “श्री महाकाल महालोक” दीपों की रोशनी से आलोकित होगा, साथ ही क्षिप्रा नदी के घाट, अनेक मंदिर और घर-घर में भी दीपक जलाए जाएंगे। जनता की व्यापक भागीदारी के इस कार्य में नया विश्व रिकार्ड बनने की संभावना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि “श्री महाकाल महालोक” देखने प्रतिदिन श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में उज्जैन पहुँचने लगे हैं। आमजन में कार्यक्रम को लेकर भारी उत्साह है। महोत्सव की सभी जरूरी तैयारियाँ भी कर ली गई हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास यात्राओं से जन-कल्याण का यज्ञ हो रहा है। विकास यात्राएँ कामयाब हुई हैं। प्रदेश में अब तक 20 हजार 606 विकास कार्यों का लोकार्पण विकास यात्राओं के माध्यम से हुआ हैं। इसी तरह 15 हजार 457 भूमि-पूजन भी हुए हैं। मध्यप्रदेश में 5 फरवरी से प्रारंभ हुई विकास यात्राओं में प्रत्येक जिले में विकासात्मक गतिविधियाँ हो रही हैं। अनेक नवाचार भी हो रहे हैं। देवास जिले में “मेरा स्कूल-स्मार्ट स्कूल”अभियान में करीब 1700 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के संचालन का संकल्प ऐसा ही उदाहरण है। विकास यात्राओं में जन-प्रतिनिधियों और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी देखी जा रही है।