मध्यप्रेदश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को तो तगड़ा झटका लगा ही है, यहां कई दिग्गज अपनी सीटों को नहीं बचा पाए।
एक जानकारी के मुताबिक राजस्थान में 11, मध्यप्रदेश में 14 और छत्तीसगढ़ में 11 मंत्री पीछे चल रहे हैं। मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री दीपक जोशी, विजय शाह, रामपालसिंह, भूपेन्द्रसिंह, जयभानसिंह पवैया, लालसिंह आर्य, ललिता यादव, विश्वास सारंग, बालकृष्ण पाटीदार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से पीछे चल रहे हैं।
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा (भाजपा) ग्वालियर की भितरवार सीट से 502 मतों से पीछे चल रहे हैं। वहीं, कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह भी सीधी जिले की चुरहट से 2,014 मतों से पीछे चल रहे हैं।
मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री नरोत्तम मिश्रा दतिया सीट से 3,114 मतों से पीछे हैं, जबकि मंत्री रुस्तमसिंह मुरैना विधानसभा क्षेत्र में तीसरे स्थान पर चल रहे हैं। ऐसे ही मंत्री बालकृष्ण पाटीदार खरगोन सीट से मात्र 44 मतों से पीछे हैं, जबकि मंत्री लाल सिंह आर्य भिंड जिले की गोहद सीट से 3,039 मतों से पीछे चल रहे हैं।
इनके अलावा, मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे डिंडोरी जिले की शाहपुरा सीट से तीसरे स्थान पर चल रहे हैं, जबकि मंत्री अंतरसिंह आर्य बड़वानी जिले की सेंधवा सीट से 3,626 मतों से पीछे हैं।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे एवं मंत्री दीपक जोशी देवास जिले की हाटपीपल्या सीट से 4,219 मतों से पीछे चल रहे हैं, जबकि विवादित मंत्री विजय शाह खंडवा जिले की हरसूद सीट से 1,304 मतों से पीछे हैं। मंत्री रामपालसिंह रायसेन जिले की सिलवानी सीट से 1,193 मतों से पीछे हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी इंदौर जिले के राऊ विधानसभा क्षेत्र में करीब 4,448 मतों से पीछे चल रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव सीट पर तो स्वयं मुख्यमंत्री रमनसिंह एक बार पीछे हो गए थे। वहां उनका मुकाबला कांग्रेस की करुणा शुक्ला से है। शुक्ला भाजपा के स्व. प्रधानंमत्री अटलबिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं।
दूसरी ओर राजस्थान में उदयपुर सीट पर राजस्थान सरकार के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया कांग्रेस की गिरिजा व्यास के मुकाबले हारते दिख रहे हैं, वहीं परिवहन मंत्री यूनुस खान की टोंक से सचिन पायलट के खिलाफ हार तय है। हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में आए दिग्गज नेता जसवंतसिंह के बेटे मानवेंद्रसिंह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के मुकाबले चुनाव हार गए हैं।
राजस्थान के सीकर जिले की खंडेला सीट पर मंत्री बंशीधर बाजिया निर्दलीय प्रत्याशी महादेव खंडेला के मुकाबले पिछड़ गए हैं। खंडेला कांग्रेस के बागी हैं और यूपीए सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रहे हैं।