लोकसभा में मंगलवार यानी 7 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान स्पीकर के आदेश पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंश संसद के रिकॉर्ड से हटा दिए गए हैं. इस प्रक्रिया को संसदीय भाषा में ‘एक्सपंज’ कहते हैं.
भाषण के उस हिस्से में राहुल अडानी मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोल रहे थे. राहुल ने अडानी का नाम लेकर सरकार पर कई आरोप लगाए थे. लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए भाषण के कुछ अंश लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिए गए हैं.
दरअसल, भाषण के उस हिस्से में राहुल अडानी मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोल रहे थे. संसद में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘अडानीजी और नरेंद्र मोदीजी, धन्यवाद। ‘ इसे कार्रवाई से बाहर कर दिया गया है.
इसके अलावा उन्होंने कहा ‘और सबसे अहम सवाल यह था कि उनका भारत के प्रधानमंत्री से क्या संबंध है और उनका क्या संबंध है?’, इसे भी हटा दिया गया है. लोकसभा में ‘प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम 380’ के तहत अगर स्पीकर को लगता है कि यह असंसदीय है तो वह भाषण के उस हिस्से को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दे सकता है.
संविधान के अनुच्छेद 105 (2) के तहत, ‘भारत की संसद में कही गई किसी भी बात के लिए कोई भी संसद सदस्य किसी भी अदालत के प्रति जवाबदेह नहीं है.
संसद में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, ‘अदानीजी और नरेंद्र मोदीजी, धन्यवाद.’
भाषण के दौरान राहुल ने सवाल उठाते हुए कहा, ‘और सबसे अहम सवाल ये था कि उनका भारत के प्रधानमंत्री से क्या रिश्ता है और उनका क्या रिश्ता है?
राहुल गांधी ने सदन में एक पुरानी तस्वीर भी दिखाई और कहा, ‘फोटो देखिए. यह फोटो सार्वजनिक है.” राहुल गांधी के भाषण के इस हिस्से को भी कार्यवाही से हटा दिया गया है.