जिला सुरजपुर :- विकासखण्ड़ रामानुजनगर में चर्चा है। कि धान खरीदी केंन्द्रों से किस चैनल वाले व कौन से पत्रकार द्वारा टूर्नामेन्ट से 25-25 हजार रूपये लिया गया। जानकार सूत्र बताते है। के प्रेमनगर से आगे तक वसूली किया गया है। इस हिसाब से जोड़ा जाये तो लाखों रूपये वसूली किया गया है। जबकि राज्य शासन ने खेलकूद के लिये एक बजट अलग से बनाया हैं। इस संबंध में तहसीलदार रामानुजनगर उमेश कुशवाहा को अवगत कराया गया हैं। के धान खरीदी केन्द्रों में हर किसान से पैसा लिया जाता है। और धान खरीदी केन्द्रों में टोकन तभी काटा जाता है। जब पैसा दिया जाता है।
धान की तौल में 41500 लिया जा रहा है। जबकि राज्य शासन की धान खरीदी का वजन 40700 है। जानकार सूत्र बताते है के धान खरीदी केन्द्रों के प्रबंधक का राईस मील वालों से संबंध जुड़ा हुआ है। एक मीड़िया के नाम पर लोग पोर्टल चला रहे है। और अपनें सभी परिवार को जोड़कर चल रहें है। इसी प्रकार खड़गवां के रेंजर अर्जुन सिंह के द्वारा बताया गया की हर महीना कुछ अथित-कथित पत्रकार के नाम पर पैसा मांगते है। यहां तक की पैसा ना देने पर हर महीना एक आवेदन लगाया जाता है। पैसा देने पर उस आवेदन को दरकिनार कर देते है। और फिर पैसा ना मिलनें पर फिर अगले महीना सूचना का अधिकार लगाते है।
प्रेसएक्ट के अनुसार एक व्यक्ति एक ही आईड़ी लेने का हकदार होता है। पर नई पिढ़ी के पत्रकार जैसे सब्जी मंण्ड़ी में सब्जी का झोला भरकर चलतें है उसी प्रकार आईड़ी का प्रयोग कर रहें है। यहां तक की पत्रकार के नाम पर विद्या-आश्राम में पद का दुरूपयोग करके पैसा निकाल रहे है। कुछ लोग पढ़े-लिखे नहीं है वो भी पत्रकार की श्रेठी में आ गये है। फिलहाल में एक अधिकारी के यहां इल्यास नाम का व्यक्ति धमकी देने पहुंच गया जिसको बैकुण्ठपुर पुलिस के हैण्ड़ ओवर करा दिया गया। पर पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया। कुछ लोगों के द्वारा पोर्टल के नाम से 26 जनवरी 15 अगस्त होली दिवाली के अवसर पर भी पैसा निकालते है। आईएस आईपीएस को भी गुमराह करनें से नहीं चुकते हैं।
आईएस आईपीएस व सिनियर पत्रकारों को प्रेसवार्ता में बुलाया जाये तो ऐसे फर्जी पत्रकारों के पोल खोला जा सकता है।