यातायात पुलिस वालों की अवैद्य कमाई
जिला-कोरिया में यातायात पुलिस वालों के द्वारा जाँच के नाम पर एवं हेलमेट के नाम पर जगह जगह नाका लगाकर वसुली की जा रही है, वाहन चालकों को यातायात द्वारा भ्रमीत किया जाता है की 500 रू. की रसीद कटाओ या हमको 200 रू. दो और निकल जाओ, यातायात के नियमों का पालन यातायात कर्मी स्वयं नहीं कर रहे हैं, जैसे पुलिस वाले ही एक मोटर साइकल पर चार व्यक्ति सवार हो जाते हैं और हेलमेट का प्रयोग नहीं करते हैं, तो फिर आम जनता क्या करेगी, जैसा गुरू वैसा चेला, लोगों के द्वारा देखा गया है की, ड्युटी के वक्त खाखी वर्दी पहनकर शराब ठेका के दुकान से शराब लाकर पिते देखे गए, लोगों का कहना है की, अनुसासन की धज्जियां उड़ाने वाले पुलिस कर्मी के उपर पुलिस के उच्च अधिकारी जाँच कर कार्यवाही क्यों नहीं करते, यातायात पुलिस वालों के द्वारा अपना वाहन लेकर कठौतिया मनेन्द्रगढ़ से लेकर खड़गवां, चिरमीरी, सोनहत, कुड़ेली, पटना, ग्राम रनई तक ट्रक एवं चार चक्का व दो चक्का वाहनों से चेक पोस्ट लगाकर हजरों की तादात में पैसा वसुला जाता है, शासकीय रसीद को दिखाने के लिए रखते हैं यातायात पुलिस वाले डंडो को लेकर ऐसे रोकते हैं जैसे कोई आतंकवादी रोक रहें हो, दो चक्का वाहन वाले उनके डंडो को देखकर गिर भी पड़ते हैं, एक व्यक्ति द्वारा देखा गया की दो चक्का वाहन मालीक अपनी बीवी सहीत मोटर साइकल से गिर पड़ा, यह इंसानियत है की हैवानियत है, यातायात द्वारा किसके आदेश पर पैसा वसुला जाता है, अनुमानित लोगों के द्वारा बताया गया की 15 से 20 हजार रू. रोज की वासुली है, यह जाँच का विषय है की भोली भाली आम जनता के साथ कब तक ऐसा दोहन होता रहेगा।