बैकुण्ठपुर विधानसभा में काॅग्रेंसियों के द्वारा भीतरघात
जिला-कोरिया बैकुण्ठपुर विधानसभा में अंबिका सिंह देव के काॅग्रेंस प्रत्याशी होने पर पार्टी के कई लोगों को झटका लगा, जिसमें उन लोगों ने मेन समय में अपनी औकात दिखा दिया, बैकुण्ठपुर विधानसभा के कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने को काॅग्रेंस का बड़ा नेता बताते हैं और अपनी जाति का समर्थन करते हुए भाजपा का प्रचार करते देखे गए, लोगों ने देखा की काॅग्रेंसियों ने भाजपा का पैसा बांटा और भाजपा का प्रचार भी किया जब की काॅग्रेंस प्रत्याशी द्वारा अपने समर्थकों को प्रचार प्रसार के लिए सभी व्यवस्था मुफ्त दी गई थी, लेकिन पार्टी के कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के खातिर पार्टी के साथ भीतरघात किया, वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र में पूर्व में ही प्रकाशित किया गया था की जो व्यक्ति कुमार साहब का नहीं हुआ तो जनता का क्या होगा, हमारे हिन्दुस्तान में एक कहावत कहा गया है की जिस थाली में खाए उसी में छेद कर दिए, वह आज सिद्ध हो गया, एक मुनादी समाचार में पढ़ा गया था की एक वरिष्ठ काॅग्रेंसी जो अंबिका सिंह से नाराज था और वह व्यक्ति मंच पर आकर काॅगेंस के पक्ष में भाषण देता था और अंदर ही अंदर अपनी जाति का समर्थन करते हुए भाजपा का प्रचार करता था, और काॅग्रेंस के नाम पर वह व्यक्ति भु माफिया का पुरा लाभ उठाता रहा, काॅग्रेंस में रहकर पार्टी के नाम पर लोगों ने अधिकारीयों से दबाकर काम कराए, स्वर्गीय डाॅ. रामचंद्र्र सिंह देव बैकुण्ठपुर के काॅग्रेंसीयों पर कभी विश्वास नहीं करतेे थे वे अपना प्रचार स्वयं करते थे, उनकेे पद चिन्हो पर अंबिका सिंह देव ने आम जनता में पकड़ बनाई इनके पिता स्वर्गीय महेंद्र प्रताप सिंह देव महाऋषि देवराहा बाबा के शिष्य थे उनके आर्शीवाद से उनकी लड़की अंबिका सिंह देव ने 2 नवम्बर को नामंाकन पत्र भरा और 2 नवम्बर से लेके 20 नवम्बर तक देवराहा बाबा उनके साथ रहे, बाबा का उनको आर्शीवाद प्राप्त है, उनके शिष्य की जीत निश्चित है, और कुमार साहब का भी आर्शीवाद प्राप्त है कोरिया निवासी किसी के पहचान के मोहताज नहीं उसी प्रकार उसी लिहाजे में उनका प्रचार रहा, ऐसे में भीतरघाती उनका क्या बिगाड़ पाऐगें, भीतर घतियों की लिस्ट बन चुकी है जिसकी जानकारी काॅग्रेंस प्रदेशाध्यक्ष व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी भेजी जा चुकी है अब देखना यह है अंबिका सिंह देव के जीतने के बाद भीतरघाती काॅग्रेंसी कितनी संख्या मे पहुँचते हैं लोगों का कहना गलत है की भाजपा के प्रत्याशी के साथ भीतर घात नहीं हुआ है, क्योंकि पैसे की लालच में जब मीडिया बिक सकती है उसी प्रकार भाजपा के नेताओं का हाल है।